देवास - चीन के हुबई राज्य के वुहान शहर में एक नये प्रकार का कोरोना वायरस Novel corona virus 2019-ncov से निमोनिया के प्रकरण पाये गये हैं। इसमें मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण फैलने की संभावना होती है। थाईलैंड, साउथ कोरिया, जापान व संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में भी चीन से आये यात्रियों से इस वायरस की पुष्टि हुई है। सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर चीन व इस वायरस को रिपोर्ट करने वाले अन्य देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सक्सेना ने इस संबंध में सिविल सर्जन सहित समस्त मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारियों तथा स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि गंभीर रोगियों/गंभीर सर्दी जुकाम की बीमारी Acute respiratory infection/Influenza like Illness (ARI/ILI) के मरीजों पर नजर रखें व एक ही स्थान से आने वाले ARI/ILI के मरीजों की जानकारी रखी जावे। इस बीमारी के नियंत्रण एवं बचाव हेतु चिकित्सक व समस्त स्वास्थ्यप्रदायकर्ता सावधानी बरतें तथा आम नागरिकों को भी जागरूक करें। कोरोना वायरस का कोई मरीज चिन्हित होता है तो उसके भर्ती हेतु जिला चिकित्सालय देवास तृतीय तल पर आइसोलेशन वार्ड चिन्हित किया गया है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के लक्षण सीएमएचओ ने बताया कि नोबल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के लक्षणों में गंभीर श्वसन संक्रमण ¼SARI½ से पीडि़त भर्ती मरीज जिले खांसी व बुखार की तकलीफ रही है तथा जिसका कारण स्पष्ट न हो रहा हो। तेज बुखार ¼>380C½] खांसी, गले में खराश, सांस फूलना। लक्षण प्रकट होने के पहले 14 दिन के भीतर चीन के हुवाई राज्य के वुहान शहर की यात्रा की हो। कोई स्वास्थ्यकर्मी जो गंभीर, श्वसन संक्रमण ¼SARI½ के मरीज के संपर्क में आया हो चाहे जिसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री न हो। मरीज जिसमें असामान्य तथा असंभावित लक्षण प्रकट हो रहे हों व सभी संभव इलाज के पश्चात् भी हालत में सुधार न हो रहा हो व कारण स्पष्ट न हो पा रहा हो तथा ट्रेवल हिस्ट्री भी न हो। कोरोना वायरस से बचाव सीएमएचओ डॉ. सक्सेना ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए हाथ को आंख, नाक मुंह में न लगायें। मरीज को अनावश्यक घूमने फिरने न दें। मरीज को ले जाने वाले स्वास्थ्यकर्मी पी.पी.ई. किट का इस्तेमाल करें। संभावित मरीज के आने वाले एरिया को नाटीफाई करें व इसमें आने वाले लोग सावधानी बरतें। मरीज के संपर्क में आने वाली जगह को नियमित रूप से साफ करें। कम से कम स्वास्थ्यकर्मी व परिवार वालों को मरीज के कमरे में आने दें। कमरे में आने वाले सभी कर्मचारियों व परिवार वालों का रिकार्ड सूचीबद्ध करें। किसी भी प्रकार को पेय पदार्थ (कोल्डड्रिंक्स), आईसक्रीम, कुल्फी आदि खाने से बचें। किसी भी प्रकार का बंद डिब्बा भोजन, पुराना बर्फ का गोला, सीलबंद दूध तथा दूध से बनी मिठाईयां जोकि 48 घण्टे से पहले की बनी हो उसे नहीं खायें। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना वायरस से बचने के लिये अपने हाथों को साबुन या गरम पानी से धोयें। खांसते, छींकते वक्त नाक और मुंह किसी टिश्यू पेपर या रूमाल से ढंके क्योंकि ये वायरस छींक से भी फैलता है। समस्त जनप्रतिनिधि, मीडिया प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवी संस्थाओं व आम नागरिकों से अपील की गई है कि नोवल कोरोना वायरस के प्रभावित देशों से आ रहे यात्रियों की जानकारी तत्काल जिला चिकित्सालय अथवा नजदीकी शासकीय चिकित्सालय को दी जाएं।
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