कन्नौद चलता चक्र - स्थानिय नगर पंचायत का कार्य काल समाप्त हो गया पर शासन ने प्रशासक नियुक्त नहीं किया ।इसके चलते नगर पंचायत वाटर हाऊस का बिजली बिल नहीं भर सकती परिणाम स्वरूप कभी भी बिजली विभाग भुगतान के अभाव में कनेक्शन विच्छेद कर नगर की पेयजल व्यवस्था बिगाड़ सकता है। वहीं मुखीया नहीं होने से पंचायत के कामों पर पड़ रहा है प्रभाव। नगर में व्याप्त अतिक्रमण हटाने के लिए प्रत्येक जनसुनवाई में नागरिक अतिक्रमण को लेकर शिकायत करते है। वहा एस डी एम श्री के सी परतें नगर पंचायत अधिकारी को निर्देश देते हैं हटाने का किन्तु पुलिस बल और अन्य साधन नहीं मिलने से आदेश की धज्जी उड़ जाती है । शासन एक ओर सख्ती के साथ भूमाफिया , अतिक्रमण, गुंडागर्दी पर अंकुश लगाने की बात करता है। वहीं दूसरी ओर कन्नौद में इसको लेकर एक भी कार्यावाही नहीं हुई जबकि कन्नौद में एडिशनल एस पी के साथ सभी विभाग प्रमुख भी मोजूद है और स्वयं पुलिस विभाग निष्क्रिय होकर बैठा है । सतवास, खातेगांव थाना क्षैत्रो में अबैध उत्खनन जोरों से जारी है जबकि शासन के आदेश है सख़्ति से रोकने के लिए कड़े कदम उठाते जाय फिर भी नेमावर, खातेगांव, सतबास थाना चंदा लेकर खुला खेल चला रहै है। इतना ही नहीं सतबास थाना प्रभारी थाने के सामने बैठाकर जवानों से अवैध बाहन रोकते देखा जा सकता है पर कार्यावाही क्या हुआ रेकार्ड्स नील है। नवागत एस पी सख्त है पर उनका भी भय नहीं है । क्या जिला प्रशासन इस ओर ध्यान देगा।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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