अप्रैल में मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं. इनमें से फिलहाल 2 बीजेपी और एक कांग्रेस के पास है. लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही राज्यसभा सीटों का समीकरण भी बदल गया है.
भोपाल.राज्यसभा की खाली हो रही सीटों के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग (Election commission) ने निर्वाचन कार्यक्रम घोषित कर दिया है. 26 मार्च को राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव होगा. मध्य प्रदेश में भी राज्यसभा की तीन सीट खाली हो रही हैं. इसी दिन इन तीनों सीटों के लिए नये सांसद चुने जाएंगे. 13 फरवरी को केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश के रिटर्निंग ऑफिसर के साथ दिल्ली में एक अहम बैठक की थी.उसमें चुनाव तैयारी की समीक्षा की गई थी. 26 तारीख को निर्वाचन प्रक्रिया होने की वजह से अब ये साफ है कि अगर प्रदेश की इन तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव की नौबत आई तो विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही वोटिंग होगी. मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है जो 13 अप्रैल तक चलेगा. राज्यसभा चुनाव में विधान सभा के विधायक वोट करते हैं लिहाजा उन्हें अलग से सूचना भेजनी होती है. लेकिन बजट सत्र होने की वजह से अब ये प्रक्रिया सत्र के दौरान ही पूरी हो जाएगी.
अप्रैल में 3 सीट होंगी खाली
अप्रैल में मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं. इनमें से फिलहाल 2 बीजेपी और एक कांग्रेस के पास है. लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही राज्यसभा सीटों का समीकरण भी बदल गया है. अब कांग्रेस के खाते में दो और बीजेपी के खाते में एक सीट जाना तय माना जा रहा है. फिलहाल इन तीनों पर कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और बीजेपी से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया सांसद हैं.
क्या है सीटों का गणित ?
विधानसभा की जो सीटें खाली हो रही हैं उनमें कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, बीजेपी के राज्यसभा सांसद प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया के नाम शामिल हैं. सीटों के गणित के लिहाज से दोनों पार्टियों के पास बहुमत के आधार पर एक-एक सीट जाना तय है लेकिन तीसरी सीट को लेकर पेंच फंस सकता है. अगर निर्वाचन निर्विरोध नहीं हुआ तो फिर वोटिंग की नौबत आ सकती है.ऐसे में सियासी समीकरणों के मुताबिक एक सदस्य के लिए 58 विधायकों का वोट जरूरी होता है. दो सीटों में एक बीजेपी और दूसरी कांग्रेस को मिलेगी, लेकिन तीसरी सीट के लिए कांग्रेस के 56 और बीजेपी के पास 50 विधायक रह जाएंगे. कांग्रेस को दो वोट जुटाने होंगे. दूसरी तरफ बीजेपी को आठ वोट चाहिए. इतने वोट को अपने पक्ष में करने के लिए अभी से समीकरण बनाए जा रहे हैं और लामबंदी शुरू हो चुकी है.
कौन हैं दावेदार ?
दावेदारों की संख्या को लेकर कांग्रेस में घमासान ज्यादा है. दिग्विजय सिंह का कार्यकाल खत्म हो रहा है लिहाजा वो दोबारा राज्यसभा के लिए समीकरण बैठा रहे हैं, जबकि पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी राज्यसभा में जाने की अटकलें हैं. वहीं एक नाम प्रियंका गांधी का भी सुर्खियों में हैं. ऐसे मे अगर प्रियंका गांधी का नाम मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए फाइनल होता है तो सिंधिया और दिग्विजय सिंह में घमासान मचना तय है. बीजेपी में प्रभात झा दोबारा राज्यसभा जाने की बाट जोह रहे हैं हालांकि उन्हें मौका मिलेगा या नहीं ये अभी तय नहीं है.
ये है चुनाव कार्यक्रम
- नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख - 6 मार्च
- नॉमिनेशन फाइल करने की आखिरी तारीख - 13 मार्च
- नॉमिनेशन की स्क्रूटनी - 16 मार्च
- नाम वापसी की आखिरी तारीख - 18 मार्च
- निर्वाचन की तारीख - 26 मार्च
- मतदान - 9 बजे से 4 बजे तक
- वोटो की गिनती - शाम 5 बजे (26 मार्च)
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