इंदौर । कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे देश को बचाने के लिए इंदौर से हर दिन 10 ट्रक माल अन्य स्थानों पर जाएगा। दरअसल इंदौर से मध्यप्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में दवाइयां व अन्य सामग्री लेकर रोजाना 10 से ज्यादा ट्रक जाएंगे। इसके लिए कलेक्टर लोकेश जाटव ने आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी को रोजाना वाहनों की व्यवस्था करने के लिए कहा है। आरटीओ जितेन्द्र सिंह रघुवंशी ने बताया इंदौर और पास ही स्थित पीथमपुर में कई बड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दवा और मेडिकल सामग्री की फैक्ट्रियां हैं। देशभर में लॉकडाउन के कारण ये सामग्री देश प्रदेश और देश के बाकी हिस्सों तक पहुंचना बंद हो गई है। इसके चलते अन्य स्थानों से सामग्री नहीं मिल पाने और दवा कंपनियों द्वारा भी माल नहीं भेज पाने को लेकर प्रशासन को जानकारी मिली है। प्रशासनिक अधिकारियों ने जब कंपनियों में चर्चा की तो पता चला कि तैयार दवा और अन्य सामग्री भेजने के लिए वाहन ही नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे राहत कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। कलेक्टर ने हमें आदेश दिए हैं कि वे रोजाना 10 से 12 ट्रकों की व्यवस्था करें जो इंदौर और पीथमपुर से दवा, सैनिटाइजर, मास्क, सर्जिकल सूट जैसी चीजों को प्रदेश के अन्य हिस्सों में पहुंचाने का काम करें। रघुवंशी के मुताबिक हमने ट्रांसपोर्टरों से चर्चा कर वाहनों की व्यवस्था करवा दी है, जिससे इंदौर से प्रदेश के अन्य हिस्सों के साथ ही महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात सहित आसपास के क्षेत्रों तक सामग्री पहुंच सकेगी। इनके पास भी जारी किए गए हैं।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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