संकट में भी अस्पताल नहीं निभा रहे जिम्मेदारी
इंदौर. कोरोना के बीच अस्पताल अभी भी मरीजों से दूर भाग रहे हैं। अस्पतालों का यह रवैया जानलेवा साबित हो रहा है। शनिवार को भी ऐसा ही मामला सामने आया। परिजन एक मरीज को लेकर तीन निजी अस्पताल भटके। एमवाय में मरीज ने दम तोड़ दिया। आदर्श इंदिरा नगर निवासी 45 वर्षीय प्रदीप को डिहाइड्रेशन के चलते परिजन अस्पताल ले गए। भांजे सोनू ने बताया कि उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत थी। हम पहले उन्हें क्लॉथ मार्केट अस्पताल ले गए। वहां से यलो अस्पताल जाने के लिए कहा गया। एम्बुलेंस की व्यवस्था भी नहीं की गई। हम यलो जोन के सुयश अस्पताल गए। वहां कहा गया कि अभी मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं। फिर विशेष अस्पताल ले गए। वहां भी कह दिया कि एमवायएच चले जाओ। हम एमवायएच गए लेकिन वहां मरीज ने दम तोड़ दिया। इस मामले में सुयश अस्पताल के डॉ. मनोज अकाने का कहना है कि अस्पताल बंद है। अभी मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे। वहीं विशेष अस्पताल के डॉ. सीएस पंडित ने बताया कि हमारे यहां हाई सस्पेक्टेड मरीज भर्ती हैं। मरीज में बीमारी के किसी प्रकार के कोई लक्षण ही नहीं होंगे, इसलिए यहां भर्ती नहीं किया होगा। क्लॉथ मार्केट अस्पताल के प्रशासकीय अधिकारी रवि पंजाबी का कहना है कि हमारा अस्पताल ग्रीन जोन में है इसलिए मरीज को यलो अस्पताल रैफर किया था।
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