कमलापुर व आसपास क्षेत्र के किसान आवारा पशुओं को लेकर काफी परेशान है। कमलापुर पशु सुरक्षा समिति व किसानों की ओर से कमलापुर चौकी प्रभारी को आवेदन दिया गया जिसमें चौकी प्रभारी को अवगत कराया गया कि बाहर से लोग सैकड़ों की संख्या में मवेशियों को जंगल में चराने के नाम से पैसे लेकर आते हैं और कमलापुर व आसपास के क्षेत्रों में मौका देख कर उन पशुओं को छोड़ जाते हैं । पशु सुरक्षा समिति के बसंत लखोटिया ने बताया कि हर साल हजारों रुपए का चंदा करके इन गायों को जंगल में छुड़ाया जाता हैं। क्योंकि यह गाय गांव में रहकर आसपास के खेतों में नुकसान पहुंचाती है। कई बार देखा गया है कि परेशान किसान इन गायों को बहुत बेरहमी से मारते हैं। कई बार ग्राम वासियों में वा किसानों में विवादों की स्थिति बनी कृषक विनोद सेठ व लालू सेठ का कहना है कि हम लोग मेंहंगे भाव का सोयाबीन बोते है । और एक बार अगर यह गाय खेत के अंदर चली जाती है। तो बीघा आधा बीघा का सोयाबीन खा जाती हैं। पशु सुरक्षा समिति की ओर से व किसानों की और से आज चौकी प्रभारी सुरभि चौहान को अवगत कराया जिस पर चौकी प्रभारी ने तुरंत जितने भी चरवाहे हैं उनसे संपर्क किया व सख्त निर्देश दिए कि आप जहां के क्षेत्र के हैं वहीं पर इन मवेशियों को चराए क्योंकि आप लोगों के कारण यहां के किसानों को परेशानी हो रही है। इस अवसर पर पशु सुरक्षा समिति के परमानंद जाट, विपिन सेठ, मोइन उद्दीन कुरेशी, गोपाल दरबार, चंद शेखर मिश्रा, आमीन कुरैशी, राजेश बेनीवाल, मुन्ना डॉन, पत्रकार मनोज कानूनगो, ललित विश्वकर्मा, इत्यादि उपस्थित थे
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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