भोपाल - बहुजन समाज पार्टी ने मप्र विधानसभा की 27 सीटों के आगामी उपचुनाव के लिए गुरुवार को आठ सीटों के प्रत्याशी घोषित कर दिए। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर रमाकांत पिप्पल ने गुरुवार को यह घोषणा की। इन आठ उम्मीदवारों में चार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों, जबकि चार सामान्य सीटों के उम्मीदवार हैं। ये सभी सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग की हैं। शिवपुरी जिले की पोहरी सीट पर बसपा ने कैलाश कुशवाह को दोबारा मौका दिया है। कुशवाह 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर दूसरे स्थान पर थे। बाकी सभी नए चेहरों पर ही दांव लगाया गया है।
पिप्पल द्वारा जारी सूची के मुताबिक सामान्य वर्ग की जौरा सीट से सोनेराम कुशवाह, मुरैना से रामप्रकाश राजौरिया, पोहरी से कैलाश कुशवाह और मेहगांव सीट से योगेश मेघासिंह नरवरिया को उम्मीदवार घोषित किया गया है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अंबाह सीट पर भानुप्रताप सिंह संखवार, गौहद से जसवंत पटवारी, डबरा से संतोष गौड़ और करैरा से राजेंद्र जाटव को उम्मीदवार बनाया गया है। सोनेराम सपा के टिकट पर मैदान में थे बसपा से विधायक रह चुके सोनेराम कुशवाह जौरा में पिछली बार सपा के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे थे, जबकि मुरैना में बसपा ने पिछली बार आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ चुके राम प्रकाश राजौरिया पर भरोसा जताया है।अंबाह सीट पर भानुप्रताप सिंह भी बसपा के लिए नए हैं। मेहगांव में पार्टी ने पिछली बार कुशल तिवारी पर दांव लगाकर ब्राह्मण कार्ड खेला था, लेकिन अबकी बार योगेश मेघसिंह नरवरिया को मौका देकर नया समीकरण बनाने की कोशिश की गई है। गोहद में बसपा ने जसवंत पटवारी, डबरा में जसवंत गौड़ और करैरा में राजेंद्र जाटव पर नया दांव लगाया है। बसपा पोहरी में दूसरे और बाकी क्षेत्रों में तीसरे और चौथे स्थान पर रही है।
प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों के लिए प्रस्तावित उपचुनाव की तैयारियां चुनाव आयोग ने तेज कर दी हैं। सभी निर्वाचन अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा चुनाव संचालन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह 31 अगस्त तक चलेगा।इसमें नामांकन प्रक्रिया से लेकर अन्य सभी प्रक्रियाओं की जानकारी दी जा रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि कोरोनाकाल के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें चुनाव आयोग के नए दिशा-निर्देशों से निर्वाचन अधिकारियों को अवगत भी कराया जाएगा। गुरुवार को प्रशिक्षण नहीं होगा।
Comments
Post a Comment