बहु ने लिया कुटुम्ब न्यायालय का सहारा
भोपाल - मध्य प्रदेश की राजधानी से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग अपने बेटे-बहू से बच्चा पैदा न करने की हिदायत दी है. साथ ही कहा है कि अगर उन्होंने बच्चा पैदा किया तो वह उन्हें संपत्ति से बदखल कर देंगे. यह मामला भोपाल के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के परिवार का है. जोकि कुटुम्ब न्यायालय (फैमिली कोर्ट) में दायर है. शादी के शुरुआती बरसों में तो बहू ने ससुर और पति को समझाने की कोशिश की, लेकिन मामला नहीं सुलझ पाया. इसके बाद समाज और परिवार के तानों से परेशान होकर बहू ने सितंबर 2020 में कुटुंब न्यायालय में आवेदन दे दिया था. कुटुम्ब न्यायालय की काउंसलर सरिता राजानी के मुताबिक डेढ़ महीने से चल रही सुनवाई के बाद भी कोई हल नहीं निकला है. काउंसलर राजानी ने बेटा व बहू को अलग घर लेकर रहने की सलाह दी, लेकिन बेटा पिता को छोड़ना नहीं चाहता है, ससुर भी मानने को तैयार नहीं हैं.
मुझे वृद्धाश्रम में भेज देंगे
काउंसलर सरिता ने सेवानिवृत्त अधिकारी को बुलाया तो उन्होंने तर्क दिया कि यदि बेटे-बहू को बच्चा हुआ तो वे मेरी देखभाल नहीं करेंगे. वृद्धाश्रम में भेज देंगे. उन्होंने कहा था कि बेटे की शादी उन्होंने संतान के लिए नहीं की है. बेटे-बहू का पहला फर्ज उनकी सेवा करना है. मेरे मरने के बाद ये लोग संतान पैदा कर सकते हैं. अगर बहू को बच्चा चाहिए तो वह मेरे बेटे को तलाक देकर दूसरी शादी कर सकती है.
कोर्ट में शपथ पत्र देने को तैयार है बहू
काउंसलर ने बताया कि पहली काउंसिलिंग में पति ने कहा कि पिता नहीं चाहते हैं कि कोई संतान हो. अगर हमने ऐसा किया तो वे अपनी संपत्ति से हमें बेदखल कर देंगे. हालांकि काउंसिलिंग के दौरान उनकी बहू ने कहा था कि वह कोर्ट में शपथ पत्र देने को तैयार हैं कि बच्चा होने के बाद भी वह ससुर की सेवा करती रहेंगी, लेकिन बुजुर्ग मानने को तैयार नहीं हैं.
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