शक्ति की उपासना के नौ दिनी पर्व शारदीय नवरात्र की शुरुआत आज सर्वार्थ सिद्धि योग में शक्ति के आगमन के साथ हो रही है। पहले दिन आज माता के शैलपुत्री स्वरूप का पूजन किया जाएगा। इस बार 17 से 25 अक्टूबर के दौरान चार सर्वार्थ सिद्धि, सिद्धि महायोग, अमृत योग और बुद्धादित्ययोग का मंगलकारी संयोग बनेगा। ज्योर्तिविद् के अनुसार इस वर्ष नवरात्र में 17, 19, 23 व 24 अक्टूबर को सर्वार्थसिद्धि योग, 18 व 24 को सिद्धि महायोग, 17, 21 व 25 अक्टूबर को अमृत योग, 18 को प्रीति, 19 को आयुष्मान, 20 को सौभाग्य व 21 को ललिता पंचमी का दुर्लभ संयोग भी बन रहा है। 25 अक्टूबर को नवमी और दशहरा एक साथ होंगे।
घटस्थापना के मुहूर्त
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त : सुबह 03.04.54 से 03.19ः24 तक
( ब्रह्मवेला स्थिर सिंह लग्न )
- सुबह 08.41ः56 से 09.17ः35 तक
(स्थिर वृश्चिक लग्न शुभ चौघड़िया)
- दोपहर 12.09.37 से 12.33ः36 तक
(अभिजीत मुहूर्त चर चौघड़िया)
चौघड़िया अनुसार मुहूर्त
- शुभ : सुबह 07.51 से 09.17 बजे तक
- चर : दोपहर 12.09 मि. से 01.35 बजे तक
- लाभ : दोपहर 01.36 से 03.01 बजे तक
- अमृत : दोपहर 03.02 से 04.27 बजे तक
नवरात्र के पहले दिन आज से मध्य प्रदेश के देवी मंदिरों में विशेष पूजन और अनुष्ठान शुरू हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार मंदिरों में माता के दर्शन के लिए भक्तों को गाइडलाइन का पालन करना होगा, लेकिन इससे नवरात्र को लेकर उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद पहली बार बाजारों में रोनक फिर लौटने लगी है। मध्य प्रदेश में उज्जैन के हरसिद्धी माता मंदिर, मैहर की मां शारदा माता मंदिर और नलखेड़ा का मां बगुलामुखी मंदिर सहित कई बड़े देवी मंदिर हैं, जिनमें भक्तों की अटूट आस्था जुड़ी हुई है। नवरात्र के पहले दिन से ही भक्त माता के दर्शनों को सुबह से पहुंचने लगे हैं।
उज्जैन में साधक करते हैं गुप्त साधना
महाकाल की नगरी उज्जैन में साधक तंत्र, मंत्र, यंत्र की सिद्धि के लिए शक्तिपीठ मंदिरों में गुप्त साधना करते हैं। आराधक भी देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए नौ दिन शक्तिपीठ हरसिद्धि, गढ़कालिका, भूखी माता, चौबीस खंबा सहित अन्य देवी मंदिरों में दर्शन पूजन करेंगे। कई स्थानों पर सार्वजनिक पंडाल में दुर्गा मां की मूर्तियों की विधि-विधान से स्थापना होगी।
मैहर की मां शारदा मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति
शक्ति पीठ मैहर की मां शारदा देवी मंदिर में नवरात्र के पहले दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। यहां माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी गई है।
नलखेड़ा : सिद्धपीठ मां बगुलामुखी मंदिर में हवन-अनुष्ठान
नलखेड़ा स्थित मां बगुलामुखी माता मंदिर सिद्ध पीठ है, नवरात्र में यहां प्रतिदिन माता का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। नवरात्र में यहां हवन-अनुष्ठान के लिए देश-विदेश से तांत्रिक और श्रद्धालु यहां बड़ी संख्या में आते हैं।
इंदौर के बिजासन मंदिर में तीन-तीन की कतार में दर्शन
इंदौर के बिजासन माता मंदिर में भक्तों को तीन-तीन की कतार में माता के दर्शन कराए जा रहे हैं। मुख्य मंदिर के बाहर बने चढ़ाव पर श्रद्धालुओं को सैनिटाइज करने की व्यवस्था है। इसके बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है, इसके साथ ही यहां चलायमान दर्शन की व्यवस्था की गई है।
देवास टेकरी : चांदी के सिंहासन पर विराजेंगी माता तुलजा भवानी
देवास में माता टेकरी पर नवरात्र के पहले दिन मां तुलजा भवानी और मां चामुंडा मंदिर में घटस्थापना की जाएगी। मां तुलजा भवानी को हाल में ही बनाए गए चांदी के सिंहासन पर विराजमान कराया जाएगा।
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