बलवाडा/महेश्वर (राजेश यादव) - कांग्रेस की पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ का एक वीडियो वायरल हुआ तो बात बढ़ गयी. साधौ से उनके इलाके के लोग विकास कार्य के लिए कह रहे हैं. साधौ पलट कर उन्हें जवाब दे रही हैं कि जिसे आपने वोट दिया है उसके पास जाओ. उनका यह वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा है तो खुद उन्हीं की पार्टी कांग्रेस ने भी उनका साथ नहीं दिया. कांग्रेस ने साधौ का बचाव करने के बजाए उन्हें माफी मांगने की नसीहत दे दी है. दरअसल हाल ही में हुए उपचुनाव में विजयलक्ष्मी साधौ के इलाके मांधाता सीट से कांग्रेस हार गयी है. पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.यह वीडियो खरगोन का बताया जा रहा है.हालांकि चलता चक्र इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.इस वीडियो में साधौ मतदाता को जमकर लताड़ रही हैं. इलाके की जनता ने उनसे कुछ समस्याएं बतायी थीं और विकास काम करने का निवेदन किया था. इस पर साधौ गुस्से से भर गयी. उन्होंने जनता से कहा कि आप मुझे काम नहीं बताएं. आपने जिसको वोट दिया है उसके पास जाएं. अपने विधानसभा क्षेत्र महेश्वर के ग्राम मक्सी में साधो भूमिपूजन और लोकार्पण के आयोजन में पहुंची थीं. ये वाकया वहां का बताया जा रहा है.
कांग्रेस ने कहा माफी मांगें
साधौ के बयान की खबर जब पार्टी तक पहुंची तो पार्टी ने उनका बचाव नहीं किया.सीनियर कांग्रेस लीडर माणक अग्रवाल ने कहा पुरानी बातों को भूल जाना चाहिए. विजयलक्ष्मी साधौ को उस व्यक्ति से माफी मांगना चाहिए. उन्होंने कहा मतदाता सबके लिए बराबर होता है. किसने किसको वोट दिया यह बात एक जनप्रतिनिधि के लिए मायने नहीं रखती है. इस तरह का बयान पार्टी के लिए ठीक संदेश नहीं देता है.
बीजेपी ने कहा लोकतंत्र का अपमान है
विजयलक्ष्मी साधौ के बयान को बीजेपी ने लोकतंत्र के खिलाफ बताया है. पार्टी प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा जनता ही एक जनप्रतिनिधि को चुनती है. ऐसे में जनता के लिए जनप्रतिनिधि ऐसी बातें करते हैं तो यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा अपमान है. यह उस जनप्रतिनिधि की सोच को बताता है कि वह किस तरीके का रवैया रखता है. उन्होंने कहा कि साधौ को इसके लिए जनता से माफी मांगना चाहिए. मतदाता ने वोट किस पार्टी को दिए किसे नहीं दिए यह बात मायने नहीं रखती है.। महेष्वर पूर्व विधायक राजकुमार मेंव ने कहा जो जनप्रतिनिधि आदिवासी मतदाता का अपमान कर सकती हैं जो कावड़ यात्रा पूरे देश मे हिंदुत्व की आस्था का प्रतीक है उस कावड़ यात्रा के ऊपर गलत टिप्प्णी करना हिंदुत्व समाज को तोड़ने का कृत्य हैं इस कृत्य के लिए विधायिका को पूरे आदिवासी समाज हिन्दू समाज से माफी माँगना चाहिए
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