राजगढ़ / माचलपुर (निखिल गोयल) - पत्रकार के द्वारा एड्रेस और लोकेशन सेंड करने के कई घंटों बाद भी पुलिस सटोरियों पर काबू नहीं पा पाई । क्योंकि अंदरूनी सूत्रों के द्वारा पहले से ही सटोरियों को अवगत करा दिया था जिसके चलते सटोरिए रफूचक्कर हो गए इसकी जानकारी मध्य प्रदेश प्रेस मीडिया प्रशासन में लगातार चल रही थी सारे अधिकारी इन सूचनाओं के प्रसार को देख रहे थे लेकिन फिर भी प्रशासन के द्वारा तुरंत कोई कार्यवाही नहीं की गई जब सारे सटोरिए रफूचक्कर हो गए तब प्रशासन वहां पहुंचा और लेट पहुंचने की वजह से प्रशासन के हाथ कुछ ना लग सका। इसके पहले भी कई पत्रकारों ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों को की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई इसके बाद मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर भी इसकी शिकायत की गई लेकिन अधिकारियों ने खानापूर्ति कर पत्रकार को ही दोषी साबित कर दिया सोचने वाली बात यह है कि इतने बड़े लेवल पर सट्टा चलने के बावजूद भी प्रशासन चुप्पी बांधे बैठा है आचार संहिता चलते हुए भी कई इनामी बदमाशों को पकड़ा न जाने कितनी शराब को उन्होंने पकड़ा लेकिन सटोरियों पर कार्यवाही करने में नाकाम रही जबकि इन्हें सूचना दे दी थी। इसके बाद जिला अधीक्षक के तुरंत कार्यवाही करते हुए जुआ लोकेशन की जानकारी थानाप्रभारी माचलपुर को दी गई उसके बावजूद भी पुलिस 2:30 बाद पहुंची जिससे उनके हाथ कुछ नहीं लग पाया, अत: उक्त घटनाक्रम में प्रथम दृष्टया निरीक्षक थाना प्रभारी प्रकाश पटेल को तत्काल प्रभाव से जिला अधीक्षक द्वारा निलंबित कर दिया गया।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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