इंदौर (ब्यूरो) - कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए तमाम प्रतिबंधों को हटाने के बाद जिला प्रशासन ने शहर से रात का कर्फ्यू भी हटा लिया है। दुकानें, व्यावसायिक संस्थान, होटल, रेस्त्रां और कार्यालय पहले की तरह खोले जा सकेंगे। हालांकि गार्डन या खुले मैदान में नए साल के जश्न के बड़े आयोजनों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। होटल, बार, रेस्त्रां में सिर्फ संगीत के कार्यक्रम किए जा सकेंगे, लेकिन अलग से डीजे नहीं चलाया जा सकेगा। डिस्को भी नहीं हो सकेगा। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत रविवार को आदेश जारी किया है। आदेश के मुताबिक कोचिंग संस्थानों से भी प्रतिबंध हटा लिया गया है, लेकिन इनके संचालक संस्थान में उपलब्ध क्षमता के 50 फीसद तक ही छात्रों को बिठा सकेंगे। छात्रों को पढ़ने बुलाने के लिए उनके अभिभावकों की सहमति लेनी अनिवार्य होगी। यदि किसी कोचिंग संस्थान पर इन नियमों का पालन नहीं पाया गया तो एसडीएम उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। कलेक्टर ने आदेश दिया है कि 31 दिसंबर को कोई भी ऐसा कार्यक्रम नहीं किया जा सकेगा, जिसमें अलग से टिकट लगाया जा सके या इंदौर के बाहर से कलाकार बुलाकर अलग से कोई कार्यक्रम किया जा सके। सभी रेस्त्रां स्वामी या बार संचालक या लाइसेंसधारी आबकारी ठेका संचालक की यह जिम्मेदारी होगी कि 21 साल से कम उम्र के लड़के-लड़कियों को ऐसी जगह पर प्रवेश नहीं देंगे। यदि इसका उल्लंघन किया गया और शराब परोसी गई तो उन बार या शराब दुकान संचालक का लाइसेंस स्थगित किया जा सकेगा।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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