भोपाल (ब्यूरो) - तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर खिलौना ट्रैक्टर लेकर कैलाश मिश्रा,अवनीश भार्गव पहुंचे और उसे कुछ दूर चलाया। वहीं, विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समीप पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सहित सभी विधायकों ने मौन धरना दिया। इस दौरान सभी विधायक हाथ में ट्रैक्टर के खिलौने लिये रहे। इसको लेकर गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसा और कहा कि कांग्रेस के उम्रदराज बालक राहुल बाबा को मनाने के लिए वयोवृद्ध कांग्रेसी कमल नाथ ने नायाब तरीका खोजा है। खिलौना ट्रैक्टर लेकर विधानसभा में प्रदर्शन किसानों को समझ आए या न आए लेकिन राहुल बाबा को पसंद आएगा। प्रदेश कांग्रेस ने स्थापना दिवस पर 28 दिसंबर को ट्रैक्टर से विधानसभा के घेराव की तैयारी की थी लेकिन विधानसभा का सत्र कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से स्थगित कर दिया। इसके कारण कांग्रेस ने प्रदर्शन का स्वरूप बदलकर गांधी प्रतिमा के समीप मौन धरना देने का निर्णय किया।
स्थापना दिवस का कार्यक्रम प्रदेश कार्यालय में होने के बाद सभी विधायक अपने-अपने वाहनों से विधानसभा पहुंच गए। यहां विधायक और उनके गनमैन के अलावा किसी और को जाने की अनुमति नहीं दी गई। विधायकों ने हाथ में खिलौना ट्रैक्टर लेकर मौन धरना दिया।करीब आधा घंटा धरने देने के बाद सभी विधायक रवाना हो गए। इसके पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर सेवादल ने किसानों के समर्थन में मार्च निकाला। इस दौरान भोपाल कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा, अवनीश भार्गव छोटा ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए। इस पर किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर भी सवार हुए और कुछ दूर तक चलाकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। विधानसभा के बाहर पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि सरकार ने कांग्रेस के प्रदर्शन से घबराकर किसानों को भोपाल आने से रोक दिया। शहर के बाहर पुलिस ने घेराबंदी की। कृषि कानूनों में यदि कोई गड़बड़ी नहीं है तो फिर किसान दिल्ली की सीमा पर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
सरकार बनने पर एमएसपी करेंगे अनिवार्य
कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार बनी तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को अनिवार्य किया जाएगा। इसके लिए कानून बनाया जाएगा। कांग्रेस हमेशा से किसानों के साथ रही है। पहले 72 हजार करोड़ रुपये की कर्जमाफी की और मध्यप्रदेश में सरकार रहने के दौरान दो लाख रुपये तक की कर्जमाफी दी।
स्थापना दिवस में शामिल हुए यादव पर धरना से बनाई दूरी
किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर से विधानसभा का घेराव करने का कार्यक्रम रविवार को एकाएक बदलने से पार्टी की रणनीति पर सवाल भी उठ रहे हैं। दरअसल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव इसको लेकर तैयारी में जुटे थे। उनके 45 बंगले स्थित घर पर ट्रैक्टर भी पहुंच गए थे और उन्हें सत्र स्थगित होने के बाद धरना कार्यक्रम यथावत रखने की घोषणा कर दी थी। वहीं, देर शाम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कार्यक्रम को मौन धरने में बदल दिया। इससे पार्टी द्वारा पिछले कुछ दिनों से की जा रही तैयारी धरी रह गई। विधायक दल की बैठक में भी पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने तैयारियों का हवाला देते हुए आंदोलन की बात रखी पर खरगोन से ही कांग्रेस के विधायक रवि जोशी ने कहा कि तैयारी के साथ कार्यक्रम करना चाहिए। कमल नाथ के निर्णय का किसी ने खुलकर तो विरोध नहीं किया पर इसका असर सोमवार को साफ नजर आया। स्थापना दिवस के कार्यक्रम में तो अरुण यादव शामिल हुए पर मौन धरना में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, वे मंगलवार को बुदनी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई का जायजा लेने जाएंगे। मामले में प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने तंज कसा। उन्होंने ट्वीट किया कि सुना है अरुण यादव के ट्रैक्टर को कमल नाथ ने डीजल देने से मना कर दिया तो बेचारे को खिलौने से ही काम चलाना पड़ा।
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