देवास (पं रघुनंदन समाधिया) - जिलाधीश श्री चन्द्रमौली शुक्ला ने कोरोना वायरस वैक्सीन टीकारकण के संबंध में पत्रकार वार्ता की। पत्रकार वार्ता में कलेक्टर श्री शुक्ला ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर श्री शुक्ला ने कहा कि दुनिया का सबसे बडा वैक्सीनेशन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू होगा। हम सौभाग्यशाली है कि देवास जिला प्रथम चरण में शामिल हुआ है। हम सभी की जवाबदारी है कि इससे अच्छे से संचालित करें। देवास जिले में सभी चिकित्सकों, नोडल अधिकारियों तथा जोनल अधिकारियों को वैक्सीनेशन के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है। वैक्सीनेशन के संबंध में आवश्यक जानकारी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। कंट्रोल रूम का नंबर 07272-222202 और मोबाइल नंबर 9406632089 है।
कलेक्टर श्री शुक्ला ने बताया कि कारोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को सफल बनाकर हम इस वैश्विक महामारी से लड़ सकते हैं। टीकाकरण के लिए प्राथमिकता समूह में स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, फ्रंट लाइन कार्यकर्ता, उच्च जोखिम वाले लोग, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग होंगे। उन्होंने बताया कि देवास जिले में सबसे पहले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वैक्सीन लगेगी। जिले में 7 हजार 799 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया है। वैक्सीनेशन के लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है। वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए 29 सेंटर बनाये गये है। प्रथम चरण में सिर्फ दो सेंटर जिला अस्पताल और अमलतास अस्पताल में वैक्सीनेशन कार्य किया जायेगा। वैक्सीनेशन कार्य सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक किया जाएगा। प्रत्येक सेंटर पर प्रतिदिन 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जायेगी। हफ्ते में 4 दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार को ही वैक्सीन लगेगी। वैक्सीनेशन दल में 5 सदस्यी दल रहेगा। जिसमें सेक्यूरिटी गार्ड, वैरिफायर, टीकाकरण अधिकारी और 2 सर्पोटिंग स्टॉफ रहेगा। प्रत्येक सेंटर पर ऐमरजेंसी टीक उपलब्ध रहेगी। प्रत्येक सेंटर पर वेटिंग एरीया रहेगा। टीका लगने के बाद 30 मिनट आर्ब्जवेशन में रखा जायेंगा। दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। जिसके लिए भी रजिस्ट्रर्ड नम्बर पर मैसेज आयेगा। कलेक्टर श्री शुक्ला ने बताया कि 18 साल से कम उम्र तथा गर्भवती महिलाओं को प्रथम चरण में वैक्सीन नहीं लगेगी। उन्होंने कहा कि दोनों ही प्रकार की वैक्सीन अच्छी और सेफ है। वैक्सीनेशन के लिए ड्रायरन का आयोजन भी किया गया था।
डॉ. सुधीर सोनी एसएमओ डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीन से संबंधित समस्त बिंदुओं को पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया। वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत दो बार वैक्सीन दी जाएगी। पहले व्यक्ति का कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा। जिसमे उसकी सारी जानकारी आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ द्वारा ली जाएगी। वैक्सीन लगने के एक दिन पहले उस व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा जानकारी भेजी जाएगी, कि उसे किस स्थान पर कितने समय पर जाना है। आधार या अन्य कोई दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद ही वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीन लगने के बाद एक एसएमएस और एक लिंक आएगा, एसएमएस में वैक्सीन लग जाने की जानकारी होगी और लिंक से सर्टिफिकेट मिल जाएगा। वैक्सीनेशन कार्यक्रम में 23 विभाग शामिल है, जिनको अलग-अलग दायित्व सौंपे गये है। वैक्सीनेशन के लिए जिला एवं ब्लाक टास्क फोर्स टीमे बनाई गई है।
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