देवास (पं रघुनंदन समाधिया) - जिलाधीश श्री चन्द्रमौली शुक्ला द्वारा देवास जिले में अवैध मदिरा के निर्माण, संग्रहण, परिवहन तथा विक्रय के को रोकने के लिए आबकारी विभाग की बैठक ली। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जगदीश डावर, एसडीएम श्री प्रदीप सोनी, सहायक आबकारी आयुक्त श्री विक्रम दीप सांगर एवं आबकारी विभाग के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देश दिये कि आबकारी एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से अवैध कच्ची मदिरा विक्रय करने वालो पर कठोर कार्यवाही करते हुए आदतन अपराधियों की सूची प्रस्तुत की जाए। आबकारी एवं पुलिस विभाग ऐसे ढाबो की सूची प्रस्तुत करना सुनिश्चित करे जहां अवैध रूप से मदिरा का विक्रय एवं मदिरा पान होता हैं। देवास जिले से लगे हुए अन्य जिलो जहां से अवैध मदिरा आती हो ऐसे स्थानों को चिन्हित करते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाए। ऐसे स्थान जो आबकारी अपराधो की दृष्टि से अतिसंवेदनशील हो वहां पर आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त छापामारी करते हुए ऐसे स्थानों की सूची बनाया जाना सुनिश्चित करे। बैंठक में आबकारी व पुलिस विभाग द्वारा परस्पर समन्वय व सहयोग से सूचना एकत्र कर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। हाईवे किनारे स्थित ढाबो पर निगरानी के निर्देश दिये जिससे वहां अवैध स्प्रिट या शराब का संग्रहण संभव न हो सके।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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