बदनावर (राजेश राठौर) - लोकायुक्त पुलिस इंदौर द्वारा गुरुवार को बदनावर पुलिस थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर बीपी तिवारी के खिलाफ पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में प्रकरण दर्ज किया गया है। लोकायुक्त पुलिस के डीएसपी दिनेश पटेल ने बताया कि फरियादी धर्मेंद्र राव पुत्र कैलाश राव निवासी हरियाखेड़ी, जावरा रतलाम द्वारा लोकायुक्त में 18 मार्च को शिकायत की गई थी। इसमें बताया कि उसके खिलाफ पुलिस थाना बदनावर में दर्ज आपराधिक प्रकरण में जमानत नहीं लेकर जेल भेजने की धमकी देते हुए एसआई द्वारा पांच हजार रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। लोकायुक्त पुलिस ने सत्यापन करने पर शिकायत सही पाई। गुरुवार को उक्त राशि फरियादी द्वारा एसआई को देनी थी। अपराध पंजीबद्ध कर गुरुवार सुबह जब इंदौर से लोकायुक्त पुलिस बदनावर पहुंची। फरियादी बताए गए स्थान पर सब इंस्पेक्टर को यह राशि देने पहुंचा, लेकिन वहां एसआई तिवारी नहीं मिले। इस पर पुलिस विश्राम गृह पहुंची तथा एसआई के खिलाफ धारा सात भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया।
पटेल ने बताया कि फरियादी धर्मेंद्र राव सहित तीन नामजद व अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ गत 23 फरवरी को फरियादी शंकर परिहार की रिपोर्ट पर बदनावर पुलिस ने गालीगलौज देने, जान से मारने की धमकी देने एवं वाहनों में तोड़फोड़ करने के आरोप में विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया था। इसी प्रकरण में जमानत के लिए एसआई राशि की मांग कर रहा था। लोकायुक्त पुलिस की टीम में डीएसपी समेत टीआइ सुनील उईके, आरक्षक चंद्रमोहन बिष्ट, पवन पटोलिया, विजय कुमार, सतीश यादव, आशीष नायडू, शेरसिंह ठाकुर आदि शामिल थे। प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई कर टीम रवाना हो गई। उधर, पता चला है कि सब इंस्पेक्टर तिवारी को पहले ही लाइन अटैच किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि दो अप्रैल 2019 को बदनावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बीसीम रवि सेन को आशा कार्यकर्ता से सात हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ लोकायुक्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद अब यह प्रकरण दर्ज हुआ है।
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