स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल, जिम्मेदारों ने धारण किया मौन
कांटाफोड़ (राजेन्द्र तँवर) - कोरोना कोविड 19 जैसी महामारी से आज पूरा देश संघर्ष कर रहा है ऐसे में यह बीमारी शहरों से अब नगर व गांवों की ओर रुख कर रही हैं। वहीं मध्यप्रदेश के हर नगर से लगभग 20 से 25 गांव जुड़े हैं ऐसे ही कांटा फोड़ नगर परिषद से कई गांव स्वास्थ्य सेवाएं लेते हैं और इस समय लगभग सभी गांवों में लगातार कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं लेकिन कांटाफोड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मूलभूत आवश्यकताओं को तो छोड़ दें एक डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं है जोकि लगभग 20 से 25 गांव का एकमात्र स्वास्थ्य समस्या का सहारा है लेकिन इस समय यहां कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं है। लगातार यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उच्च अधिकारियों की उदासीनता का शिकार बना है लगातार यहां पर आने वाले डॉक्टरों का ट्रांसफर कर दिया जाता है जिससे आम जनता बहुत परेशान है जबकि अब आसपास के गांव के हजारों लोगों के लिए लगातार स्वास्थ्य अधिकारियों की कार्रवाई का शिकार होने वाले झोलाछाप डॉक्टर ही भगवान बने हुए हैं जो कोरोना महामारी जैसे समय में अपनी स्वास्थ्य सेवाएं लगातार दे रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों ने किया मौन धारण
हमेशा से ही कांटाफोड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर यह समस्या आती रही है लेकिन इसके लिए अभी तक कोई भी जनप्रतिनिधि आगे नहीं आया है यही कारण है कि इस बार भी कोरोना महामारी के समय भी कांटाफोड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर अब कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं है इसके बाद भी किसी जनप्रतिनिधि का इस संबंध में सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से कोई भी लेख सामने नहीं आया है जो कि उनकी उदासीनता को दर्शाता है।
भगवान भरोसे 20 से 25 गांव की जनता
नगर का यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आसपास के 20 से 25 गांव का आधार है लेकिन यह प्राथमिक स्वास्थ केंद्र अभी इस समय बिना डॉक्टर के मात्र मुख दर्शक बना हुआ है। कोरोना जैसी महामारी के समय भी जनता भगवान के भरोसे हैं।
शासन के दावों की खुल रही पोल
एक ओर तो मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार यह दावा किया जा रहा है कि कोरोना से लड़ने के हर संभव प्रयास हमारे विधायक,सांसद व जिले के प्रभारी मंत्री कर रहे हैं लेकिन कांटाफोड़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर का ही उपलब्ध ना होना यह बात को दर्शाता है कि कोरोने जैसी महामारी के वक्त भी हमारी सरकार कितनी सजग है।
नगर सहित आसपास के गांवों में लगातार हो रही मौतें
नगर सहित आसपास के गांवों में कोरोना महामारी का तांडव मचा हुआ है रोजाना नगर कांटाफोड़ सहित आसपास के गांवों में लोगों की मृत्यु भी हो रही है लेकिन उसके बाद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर ही उपलब्ध नहीं है। अच्छी उपचार व्यवस्था के ना होते हुए लोग सामान्य बुखार में भी दम तोड़ रहे हैं।
डॉक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया है जल्द ही होगी उपलब्धता
इस संबंध में जब बीएमओ लोकेश मीणा से बात की गई तो उनका कहना था की प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कांटाफोड़ पर पदस्थ डॉक्टर अंकित झाला का पीपलरावां ट्रांसफर कर दिया गया है और कांटाफोड़ के लिए एक डॉक्टर के नियुक्ति भी की गई है लेकिन अभी तक उन्होंने जॉइनिंग नहीं की है जल्द ही व्यवस्था हो जाएगी। कोरोना जैसी महामारी के समय किसी डॉक्टर को ट्रांसफर समझ से परे है।
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