- फंगस के मरीज बढ़कर 58 हुए, 20 की सर्जरी और 4 डिस्चार्ज
- सोशल मीडिया पर इंजेक्शन का मैसेज देख किसी को रुपए न दें
उज्जैन (निप्र) - कोरोना महामारी पीड़ितों पर दोहरा वार कर रही है। पहले लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लुटाए। अब ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज के लिए इंजेक्शन को लेकर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। एक ठग ने तो सोशल मीडिया पर इंजेक्शन के लिए मैसेज वायरल किया हुआ है और जो लोग इंजेक्शन के लिए उससे संपर्क कर रहे हैं उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बना रहा है। धोखाधड़ी करने वालों ने सोशल मीडिया पर सेवा ग्रुप मंदसौर के नाम से मैसेज डाला है। ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के परिजन इंजेक्शन के लिए संबंधित सेवा ग्रुप के मोबाइल पर संपर्क करने के बाद धोखाधड़ी के शिकार हो गए। सतीगेट निवासी राकेश से ठग ने गूगल-पे से खाते में 26 हजार रुपए डलवा लिए। फ्रीगंज के डॉक्टर सोहेब पटेल ने भी परिचित के लिए इंजेक्शन को लेकर उक्त नंबर पर बात की तो ठग ने खाते में 14 हजार रुपए डलवा लिए और इंजेक्शन भी नहीं भेजे। ठग खुद को डिस्ट्रीब्यूटर बताने के साथ ही मंदसौर की संस्था से जुड़ा होने का हवाला दे रहा है, इसलिए शिकार हो गए। इसकी शिकायत उज्जैन साइबर सेल और पुलिस को हुई है। एएसपी अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इस तरह की शिकायत सामने आई है। साइबर टीम की मदद से जांच करवा रहे हैं। धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जीजा इंदौर में भर्ती, ठग ने खाते में डलवा लिए 14 हजार
चिमनगंज थाना के ताजपुर निवासी डाॅ. सोहेब पटेल ने बताया उनके जीजा इस्लाम पटेल इंदौर के निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के चलते उपचाररत हैं। इंजेक्शन की जरूरत होने पर सोशल मीडिया पर मंदसौर सेवा ग्रुप के नाम से अभिलाष चक्रवर्ती ने मैसेज डाला रखा था, जिस पर फोन लगाया। संबंधित युवक ने कहा कि वह गुना निवासी है और मंदसौर की सेवा संस्था से जुड़ा है। जितने इंजेक्शन चाहिए मार्केट से 20 प्रतिशत अधिक दाम पर तत्काल उपलब्ध करवा दूंगा। डॉक्टर पटेल ने बताया 14 हजार रुपए खाते में भेजने के बाद वह फोन पर बहाने बनाता रहा तो समझ आ गया कि ठग है।
परिचित के लिए इंजेक्शन चाहिए थे, 25 हजार डलवाए
सतीगेट निवासी राकेश ने बताया परिचित ब्लैक फंगस से पीड़ित है। उनके लिए इंजेक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर मैसेज देख फोन लगाया था। ठग ने मंदसौर सेवा संस्था का नाम लिया व मुझसे कहा कि आपको इंजेक्शन आपके पते व अस्पताल पहुंच जाएंगे। मुझसे मरीज का नाम, आधार कार्ड, हॉस्पिटल रिक्विजिशन फाॅर्म की डिटेल तक ली थी। उसके खाते में मैंने ऑनलाइन 26 हजार रुपए ट्रांसफर किए, इसके बाद इंजेक्शन नहीं आए तो खाराकुआं थाना में शिकायत की। बाद में साइबर सेल जाकर भी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया।
उज्जैन (निप्र) - कोरोना महामारी पीड़ितों पर दोहरा वार कर रही है। पहले लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लुटाए। अब ब्लैक फंगस बीमारी के इलाज के लिए इंजेक्शन को लेकर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। एक ठग ने तो सोशल मीडिया पर इंजेक्शन के लिए मैसेज वायरल किया हुआ है और जो लोग इंजेक्शन के लिए उससे संपर्क कर रहे हैं उन्हें धोखाधड़ी का शिकार बना रहा है। धोखाधड़ी करने वालों ने सोशल मीडिया पर सेवा ग्रुप मंदसौर के नाम से मैसेज डाला है। ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के परिजन इंजेक्शन के लिए संबंधित सेवा ग्रुप के मोबाइल पर संपर्क करने के बाद धोखाधड़ी के शिकार हो गए। सतीगेट निवासी राकेश से ठग ने गूगल-पे से खाते में 26 हजार रुपए डलवा लिए। फ्रीगंज के डॉक्टर सोहेब पटेल ने भी परिचित के लिए इंजेक्शन को लेकर उक्त नंबर पर बात की तो ठग ने खाते में 14 हजार रुपए डलवा लिए और इंजेक्शन भी नहीं भेजे। ठग खुद को डिस्ट्रीब्यूटर बताने के साथ ही मंदसौर की संस्था से जुड़ा होने का हवाला दे रहा है, इसलिए शिकार हो गए। इसकी शिकायत उज्जैन साइबर सेल और पुलिस को हुई है। एएसपी अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इस तरह की शिकायत सामने आई है। साइबर टीम की मदद से जांच करवा रहे हैं। धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जीजा इंदौर में भर्ती, ठग ने खाते में डलवा लिए 14 हजार
चिमनगंज थाना के ताजपुर निवासी डाॅ. सोहेब पटेल ने बताया उनके जीजा इस्लाम पटेल इंदौर के निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के चलते उपचाररत हैं। इंजेक्शन की जरूरत होने पर सोशल मीडिया पर मंदसौर सेवा ग्रुप के नाम से अभिलाष चक्रवर्ती ने मैसेज डाला रखा था, जिस पर फोन लगाया। संबंधित युवक ने कहा कि वह गुना निवासी है और मंदसौर की सेवा संस्था से जुड़ा है। जितने इंजेक्शन चाहिए मार्केट से 20 प्रतिशत अधिक दाम पर तत्काल उपलब्ध करवा दूंगा। डॉक्टर पटेल ने बताया 14 हजार रुपए खाते में भेजने के बाद वह फोन पर बहाने बनाता रहा तो समझ आ गया कि ठग है।
परिचित के लिए इंजेक्शन चाहिए थे, 25 हजार डलवाए
सतीगेट निवासी राकेश ने बताया परिचित ब्लैक फंगस से पीड़ित है। उनके लिए इंजेक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर मैसेज देख फोन लगाया था। ठग ने मंदसौर सेवा संस्था का नाम लिया व मुझसे कहा कि आपको इंजेक्शन आपके पते व अस्पताल पहुंच जाएंगे। मुझसे मरीज का नाम, आधार कार्ड, हॉस्पिटल रिक्विजिशन फाॅर्म की डिटेल तक ली थी। उसके खाते में मैंने ऑनलाइन 26 हजार रुपए ट्रांसफर किए, इसके बाद इंजेक्शन नहीं आए तो खाराकुआं थाना में शिकायत की। बाद में साइबर सेल जाकर भी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया।
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