खरगोन (ब्यूरो) - असंतुलित हुई जीप ने डिवाइडर लांघते हुए दूसरी ओर से जा रही कार को जोरदार टक्कर मार दी। इससे कार में सवार जिला अस्पताल बड़वानी की दो नर्सों की मौके पर मौत हो गई, वहीं दो अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना हाईवे मोबाइल टीम और पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से एंबुलेंस 108 से ठीकरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। दोनों घायलों की हालत गंभीर होने पर उन्हें इंदौर रैफर किया गया। मृतकों में एक नर्स बड़वानी के प्रतिष्ठित डॉ. जगदीश यादव की बहू थीं। वहीं दूसरी मृत महिला की बेटी और भतीजी हादसे में गंभीर घायल हुई हैं।
मंगलवार दोपहर 2 बजे डॉ. जगदीश यादव की बहू सुलोचना पति विवेक यादव (35) निर्मला मंशाराम राठौर (62), निर्मला की बेटी प्रियंका और भतीजी तनीषा कार एमपी-10 सीए-3389 से बड़वानी से महेश्वर की ओर जा रही थीं। मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे पर मुकुंदपुरा के पास इंदौर की ओर से आ रही जीप एमपी-46 टी-0933 तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित हो गई। ड्राइवर संभाल नहीं पाया और जीप हाईवे के डिवाइडर को लांघती हुई दूसरी ओर जा पहुंची। इसने महिलाओं की कार को जोरदार टक्कर मार दी। इसमें सुलोचना और निर्मला की मौके पर ही मौत हो गई। निर्मला भी जिला अस्पताल में नर्स थीं। हादसे में प्रियंका और तनीषा गंभीर रूप से घायल हुई हैं। हादसे की सूचना मिलते ही हाईवे मोबाइल और खलटांका पुलिस मौके पर पहुंच। एसआई मांगीलाल कनासे ने बताया ग्रामीणों की मदद से चारों को ठीकरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।
बड़वानी जिला अस्पताल में नर्स थीं सुलोचना, छह महीने पहले ही विवेक संग लिए थे फेरे हादसे में मृत सुलोचना यादव बड़वानी के डॉ. जगदीश यादव के बेटे विवेक की पत्नी थीं। सुलोचना बड़वानी जिला अस्पताल में नर्स थीं और छह महीने पहले ही विवेक से उनकी शादी हुई थी। यादव परिवार का िचकित्सा के क्षेत्र में खासा नाम है। डॉ. जगदीश यादव के अलावा उनके भाई प्रकाश यादव और दो भतीजे भी डॉक्टर हैं। डॉ. प्रकाश यादव का मंगलवार को जन्मदिन था। लेिकन बहू की मौत ने इसकी खुशियाें को मातम में बदल दिया। हादसे के बाद से ही यादव और राठौर परिवार में मातम पसरा है।
Comments
Post a Comment