हरदा (निखिल रुनवाल) - जिले के सोनखेड़ी गांव के पांच किसानों की मूंग फसल को बचाने ट्यूबवेल व तालाब से नहर में पानी छोड़ने की छोटी सी पहल अब साकार हो रही है। कुछ किसान उनसे प्रेरित होकर पहल को आगे बढ़ा रहे है। हरदा जिले के आलनपुर, भुनांस व होशंगाबाद जिले के डोलरिया के किसान भी अपने-अपने तालाब व ट्यूबवेल से नहर में पानी देने लगे। इससे आखिरी छोर में तीसरे पानी की राह देख रहे किसान मूंग में सिंचाई करने में जुट गए है। किसानों के इस सहयोग का सकारात्मक संदेश जा रहा है। जिससे कई किसान प्रभावित होकर पहल में जुड़ जलदान कर अपना योगदान दे रहे।
सोनखेड़ी के किसानों से पहल से हुआ आकर्षित
ग्राम डोलरिया के किसान ललित राजपूत ने बताया मैंने 28 एकड़ में मूंग की फसल बोई है। तीन पानी दे चुका हूं। ग्राम सोनखेड़ी के पांच किसानों द्वारा पानी छोड़ने की खबर पढ़ी। उससे मैं बहुत प्रभावित हुआ। डोलरिया में मेरे खेत से थोड़ी दूर खेतों में किसान मूंग फसल में तीसरा पानी नहीं दे पाएं। सोनखेड़ी जैसा काम मैंने भी अपने व्यय से किया। अपने खेत के ट्यूबवेल से छोटे से नाले में मंगलवार से पानी छोड़ा। दो किसानों ने करीब पांच एकड़ खेत में सिंचाई की। जिले के आलनपुर एवं भुनांस में भी किसान महेश अडींग ने एक तालाब व दो ट्यूबवेल, राकेश सिरोही दो ट्यूबेल, गणेश सिरोही दो ट्यूबवेल से पानी सिंचाई के लिए दे रहे। दूसरे किसानों की मूंग फसल के लिए यह किसान अपने-अपने ट्यूबवेल, तालाब से पानी तो दे रहे। साथ में स्वयं की मोटर व बिजली भी अपने खर्च से उपयोग कर रहे। रोजाना करीब 6 से 8 घंटे मोटर चला बिजली उपयोग कर रहे है।
पांच किसानों ने शुरू की है पहल
होशंगाबाद और हरदा जिले में 40-40 हजार हेक्टेयर भूमि में किसानों ने मूंग की फसल बोई है। 23 मार्च से हरदा जिले के लिए तवा डेम से पानी नहर में छोड़ा जा रहा था। बावजूद अंतिम छोर के खेतों तक नहर का एक बार ही पानी पहुंच पाया। 15 मई से नहर में डेम से पानी छोड़ना बंद कर दिया है। पानी नहीं मिलने से फसलें मुरझा रही थीं। सोनखेड़ी के किसान मुकेश पुनिया ने माइनर सूखी होने से जब उन्होंने दूसरे किसानों के नुकसान के बारे में सुना तो दुखी हो गए। तब उन्होंने सबसे पहले एक एकड़ तालाब का पानी पाइप के माध्यम से मोटर चलाकर माइनर में छोडऩा शुरू किया। अपने मामा राधेश्याम, कैलाश, रामनिवास व संतोष ढाका से पानी देने की बात की। वे भांजे की पहल से खुश हुए। उन्होंने इसे आगे बढ़ाने के लिए अपने-अपने 4 ट्यूबवेल का पानी भी इसी माइनर में छोड़ दिया।
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