बेरोजगारो पर लाठीचार्ज व अभद्र व्यवहार तथा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान के खिलाफ राज्यपाल के नाम तहसीदार को सौंपा ज्ञापन
युवाओ ने कहा रोजगार मांगा था लाठी नही, युवाओ के साथ तिरंगे को भी अपमानित किया प्रशासन ने
देवास (रघुनंदन समाधिया) - तहसील कार्यालय उदयनगर मे क्षेत्र के जयस बिरसा ब्रिगेड युवाओं द्वारा मध्यप्रदेश मे हो रही अमानवीय घटनाओं से आक्रोशित होकर राज्यपाल के नाम तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन मे बताया गया कि भारत को युवाओं का देश कहा जाता है। आंकड़ों के लिहाज से भारत दुनिया में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला देश है लेकिन दुखद बात यह है कि सत्ता पर काबिज सरकारों द्वारा इन युवाओं के भविष्य को लेकर कोई योजना नहीं बनाई जा रही है। नौकरी न मिलने से बेरोजगारों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बीते दिनों भोपाल में प्रदेश भर से आये बेरोजगार युवाओं द्वारा संवैधानिक दायरे में रहकर , हाथ में राष्ट्र की आन बान शान तिरंगा लिए अहिंसक व शांतिपूर्ण तरीके से रोजगार की मांग ,तथा चयनित युवक युवतियों द्वारा नियुक्ति हेतु आग्रह किया गया था। किंतु दिन भर से भूखे प्यासे युवाओं पर लाठीचार्ज किया गया। जिससे बहुत सारे युवा घायल हुए, तथा बाद में उन युवाओं पर प्रकरण भी दर्ज कर लिए गए थे। इस घटना से पूरे प्रदेश के युवाओं में आक्रोश उत्पन्न हो गया। ज्ञापन मे बताया गया कि भारत युवाओं का देश है, भारत का भविष्य युवा है, यदि इन युवाओं को नौकरी देने की बजाय लाठी मिलेगी तो भारत का निर्माण कैसे होगा ? यह चिंतनीय है। क्या संवैधानिक प्रावधानों के तहत अपने हक अधिकार की बात करना गुनाह है? यदि यह गुनाह है तो पूरे भारत का युवा यह गुनाह करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश तथा प्रदेश को संचालित करने वाली सरकारे, जो दारु, मुर्गा, मटन का लालच देकर आदिवासी क्षेत्रों से वोट ले लेते है लेकिन अब ऐसा नही होगा बल्कि शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार के नाम पर वोट दिया जायेगा। पूरे देश का युवा एकजुट होकर विरोध करेगा। आम जनता के टैक्स से नेता सारी सुविधाओं का लाभ लेते हैं लेकिन आम जनता बेबस लाचार तथा देश का युवा बेरोजगार रहता है। चाहे कोई भी सरकार हो गरीबी भुखमरी बेरोजगारी शिक्षा स्वास्थ्य पलायन इत्यादि पर बात नहीं करती। ज्ञापन में यह मांग की गई कि बरसों से लंबित बैकलॉग पदों सहित सभी विभागों में रिक्त पदों पर तुरंत भर्ती प्रक्रिया चालू करें अन्यथा आगामी वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जावेगा। चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं द्वारा रोजगार देने हेतु संकल्प लिया जाता है किंतु सरकार बनने के बाद युवाओं की ओर ध्यान नहीं दिया जाता। पक्ष विपक्ष दोनों मौन क्यों है? क्षेत्रीय विधायकों तथा सांसदों का मौलिक कर्तव्य यह है कि वे अपने क्षेत्र में रोजगार हेतु नए विकल्प तैयार करें लेकिन विधायकों तथा सांसदों द्वारा ऐसा नही किया जा रहा है तथा ररसूखदारो सेठ साहूकारों तथा उद्योगपतियों को सहयोग किया जा रहा है। आम जनता की कोई परवाह नहीं हो रही है। यह सरासर गलत है। हम इसका विरोध करते हैं। ज्ञापन के माध्यम से मध्य प्रदेश के राज्यपाल से भोपाल बेरोजगार आंदोलन में लाठीचार्ज करने, गाली गलौज करने तथा लड़कियों के साथ अमानवीय हरकतें करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही तथा बेरोजगार युवाओं पर दर्ज प्रकरण निरस्त करने हेतु मांग की गई।इस अवसर पर नंदकिशोर मुजाल्दे ,सूरज डावर,कमल डोडवे , रवि कन्नौजे ,महेश जामले, राधेश्याम सिसौदिया, मुकेश धार्वे, जामसिंह तंवर, दिनेश तंवर,रवि मुवेल, अर्जुन ,महेश अजय,सुभम , महेश , राज खन्ना, महेश डोडवे ,राजेन्द्र वास्केल, सुखराम सिसौदिया जयस जिला सचिव एवं समस्त जयस बिरसा ब्रिगेड युवा उपस्थित रहे।
Comments
Post a Comment