देवास जिले में बागली एवं खातेगांव विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में काम नहीं तो वोट नहीं के बोर्ड लगे हैं
साप्ताहिक चलता चक्र की विशेष रिपोर्ट
देवास (डेस्क) - मध्यप्रदेश के देवास जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश ग्रामों के प्रारंभ में एक बोर्ड लगा हुआ दिख रहा है जिस पर संबंधित ग्राम की समस्या पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के द्वारा ध्यान नहीं देने पर स्पष्ट रूप से लिखा गया है काम नहीं तो वोट नहीं मिलेगा कोई भी जनप्रतिनिधि ग्राम में प्रवेश ना करें जब तक कि उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक राजनेताओं के लिए गांव प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाता है इस तरह के नोटिस एक नही अनेकों ग्रामों में देखने को मिल रहा है जब कि अभी विधानसभा चुनाव का 2 वर्ष से ज्यादा समय शैष है निकट समय में ग्राम पंचायत नगर निकाय नगर निगम के चुनाव होना है ऐसी स्थिति में गांव में इस तरह के बोर्ड लगे होना क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के लिए समस्या बन जाएंगे जिन गांव में यह बोर्ड लगे हैं उस गांव में सत्ता पक्ष के लोग भी रहते हैं किंतु वह भी अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि से रूष्ट है। दूसरी तरफ सैकड़ों की संख्या में राष्ट्रीय ध्वज और किसान यूनियन के बैनर तले सड़कों पर किसान रैली निकालकर कृषि के लिए सिंचाई की व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार से बांध तालाब और नहर की मांग कर रहे हैं मांग नहीं पूरी होने पर स्पष्ट चेतावनी दे रहे हैं सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करती है तो आने वाले समय में सरकार के विरोध में भारी मतदान होगा हम सरकार को बनाना भी जानते हैं और मिटाना भी जानते हैं हमारे बल पर सत्ता में आए हुए राजनेताओं होश में आओ और हमारी समस्या को समय रहते हल करो अन्यथा आने वाले समय आपके लिए बहुत बुरा होगा इस तरह के सड़कों पर नारेबाजी करते हुए किसान शासन और जनप्रतिनिधि के नाम ज्ञापन दे रहा है देखना यह है जनप्रतिनिधि और शासन ग्रामीण क्षेत्र के समस्या के प्रति जागृत होता है या नहीं।
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