संकेत चित्र |
साप्ताहिक चलता चक्र कि विशेष रिपोर्ट
कन्नौद (निप्र) - इस विकासखंड में अस्सी फीस दी सोयाबीन की फसल फूल से फल पर आना चाहिए किंतु अधिकांश क्षेत्रों में इक्का-दुक्का फली देखने को मिल रही है यह अ फलन की बीमारी से किसान के सामने भारी समस्या खड़ी हो गई है सोयाबीन का बीज महंगे दाम पर यह साल में खरीदा किसान ने सोयाबीन की फसल को दवा खाद नींद आई में हजारों रुपए लगा दिए जब जाकर फसल बढ़ी हुई किंतु उसमें पौधे के मान से फल नहीं लगने से किसान मानसिक तनाव में आ गया है अगर यही हालात रहे को प्रति वीघा 10 किलो से ज्यादा सोयाबीन की पैदावार नही होगी जो किसान के लिए काफी महंगा सौदा होगा पहले से कर्ज से लगा किसान परेशानी है वही इस बार भी मौसम की बेरुखी इसके बाद सोयाबीन मे अ फलन की स्थिति से किसान परेशान है जब हमने किसान से बीज खरीदने के संबंध में बात की तो बताया गया शासन के दिए निर्देश के अनुसार बीज की खरीदी की गई ऊंचे दाम पर अच्छी क्वालिटी के बीज खरीदे थे किंतु उसमें भी फल नहीं लगना चिंता का विषय बन चुका है अगर यही हालत रही तो किसान की स्थिति इस बार भी काफी दयनीय होगी।
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