बड़वाह (निप्र) - तहसील विधिक सेवा समिति बड़वाह की अध्यक्ष एवं प्रथम अपर जिला न्यायाधीश डॉ श्रीमती शुभ्रा सिंह, द्वितीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री हर्ष भदौरिया, एवं व्यवहार न्यायाधीश वर्ग 2 श्रीमती पूजा भदोरिया द्वारा उपजेल बड़वाह में बंदियों के बीच उपस्थित होकर उनकी कानून संबंधी समस्याओं को लेकर बंदियों से चर्चा की। जेल में इस समय लगभग 157 बंदियों की उपस्थिति है, जिसमें 12 बंदी ऐसे हैं जो सजायाफ्ता है, जबकि 145 बंदी ऐसे हैं जिनके मामलों का निराकरण होना अभी बाकी है। बंदियों द्वारा उपस्थित न्यायाधीशगण को अपने मामलों को लेकर अधिवक्ता, विधिक सहायता अथवा गवाहों से संबंधित जो समस्याएं थी वह अवगत कराई गई,। जिस संबंध में न्यायाधीशगण द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं तत्समय उपस्थित जेलर श्याम वर्मा को बंदियों की समस्याओं के संबंध में आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। बंदियों को जेल में मिलने वाले दोनों समय के भोजन एवं नाश्ते में मिलने वाली सामग्री की जानकारी प्राप्त कर भोजन शाला में जाकर न्यायाधीशगण द्वारा भोजन की गुणवत्ता का भी अवलोकन किया गया।जिला न्यायालय के आदेश पर पैरालीगल वालंटियर कु दीपमाला शर्मा ने सजायाफ्ता बंदी बादल पिता प्यारे लाल को पैरालीगल वालंटियर नियुक्त किया। व उसे ट्रेनिंग देकर उसके कार्यो से अवगत कराया। विधिक साक्षरता शिविर में पैरालिगल वालंटियर कु दीपमाला शर्मा व नाजिर प्रदीप पाराशर जी उपस्थित रहे।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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