बुरहानपुर (राकेश चौकसे ) - निमाड में मतदाताओ का मूड सत्ता के साथ बह रहा है, भाजपा यहां अब पुनः निमाड़ की सत्ता (सांसद) पद पर काबिज होना चाहती है, लोक सभा चुनाव का जनसंपर्क,सभा, नुक्कड़ सभा का माहोल अपने चरम रोमांच पर होने के पीछे निमाड और निमाड़ का ग्रामीण कार्यकर्ताओं नेताओ ओम चौकसे, निलेश सातरकर, प्रदीप जाधव, पिंटू जाधव, सागर राजोरिया, गुलाब सलाम, प्रशांत ढोके, विजय गुप्ता, गोकुल पाटिल जैसे नेताओ को गोलबंद हो चुनाव प्रचार की बागडोर हाथ में ले एक एक मतदाताओं से जीवंत सम्पर्क बनाना रहा है। इनका मतदाताओं को समझाना की मोदी का जादू, शिवराज जी का प्रेम प्रभारी और मंत्री तुलसीराम सिलावट का आशीर्वाद, और दादा दयालु ज्ञानेश्वर पाटिल का समर्पण विकास की गंगा बहाने में कारगार सिद्ध होगा। खकनार सहित आस पास के पचासों गावो का दौरा करने और जनमानस की नस टटोलने के बाद, युवा पत्रकार पुनीत चौकसे अपने हिसाब से आंचलिक क्षैत्र का चुनावी विश्लेषण करते हुए कहते है, ओम चौकसे के कुशल नेतृत्व में यहां ग्रामीण यहां भाजपा को अधिक से अधिक मतों से जिताकर सांसद का ताज पहनाने के लिए आतुर दिख रहि है। और इस बार बम्फर वोटिंग होंगी हम आज ही आश्वस्त करते है। चुनाव के लिए माइक्रो स्तर से ऊपर तक की चुनावी संरचना को देखे तो भारतीय जनता पार्टी और इस पार्टी के प्रत्याशी दादा दयालु ज्ञानेश्वर पाटिल के नाम की सुनामी चल रही है। देखना यह है कितने रिकार्ड मतों से पार्टी प्रत्याशी चुनाव जीतते है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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