रायसेन (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के गैरतगंज में लोकायुक्त की टीम ने उप प्रभागीय न्यायाधीश एसडीएम मनीष जैन को 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते धर दबोचा है. एसडीएम जैन ने स्टोन क्रेशर की परमिशन देने के लिए व्यापारी से एक लाख रुपए मांगे थे. बुधवार को इसकी पहली किस्त व्यापारी ने जैसे ही दी, उसी समय लोकायुक्त ने एसडीएम को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होते ही एसडीएम की तबीयत खराब गई. उनका बीपी बढ़ गया. इसके बाद तुरंत अस्पताल रेफर किया गया. उसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें भोपाल के लिए रेफर कर दिया.
पीड़ित की शिकायत पर हुई कार्रवाई
लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि तनवीर पटेल ने शिकायत की थी कि उनके भाई सईद अहमद कुरैशी के ग्राम अगरिया कला में स्टोनक्रशर की अनुमति जारी करने के लिए एसडीएम गैरतगंज के ओएसडी दीपक श्रीवास्तव, कम्प्यूटर ऑपरेटर राम नारायण अहिरवार एक लाख रुपए मांग रहे हैं. जांच के लिए लोकायुक्त ने डिजिटल वॉइस रिकॉर्डर तनवीर को दिया. इसमें एसडीएम का ओएसडी 45 हजार रुपए बुधवार को पहुंचाने के लिए कहता हुआ पाया गया. बुधवार को तनवीर पहली किस्त देने एसडीएम कार्यालय पहुंचे. जहां, कम्प्यूटर ऑपरेटर रामरानायण को लिफाफे में रखे 45 हजार रुपए दे दिए. जैसे उसने लिफाफा लिया, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथ धर-दबोचा. पूरे मामले में एसडीओपी संजय शुक्ला समेत 8 सदस्यीय टीम कार्रवाई कर रही है, मनीष जैन की तबीयत में सुधार के बाद पूछताछ की जा सकती है.
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