देवास (पं रघुनंदन समाधिया) - शहर के मध्य स्थित माताजी टेकरी धार्मिक आस्था का बहुत बड़ा केन्द्र है। यहां स्थित माँ तुलजा भवानी मंदिर और माँ चामुण्डा देवी मंदिर जगत प्रसिद्ध है। न केवल स्थानीय वरन संपूर्ण भारत के कोने-कोने से सैकड़ों भक्त प्रतिदिन देवी दर्शन हेतु आते हैं। कई बार विदेशी श्रद्धाजुओं को भी यहां भाव विभोर होते देखा जा सकता है। दर्शनार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण हमारा ध्यान तुरंत दर्र्शन की ओर अधिक रहता है। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था के कारण हमें मंदिर में अधिक समय तक रूकने का अवसर प्राप्त नहीं हो पाता है। इस समय मंदिर में उपस्थित पुजारीगण भी बहुत व्यस्त रहते हैं। इस प्रकार हम दर्शन लाभ तो प्राप्त कर लेते हैं किंतु दोनों प्रमुख मंदिरों की ऐतिहासिक एवं अन्य धार्मिक जानकारियों से वंचित रह जाते हैं। इसी बात को लेकर महारानी चिमनाबाई शा.क.उ.मा.वि. देवास की छात्राओं द्वारा प्राचार्य दिव्या निगम के निर्देशन एवं संगीत और सांस्कृतिक प्रभारी नीलम पटेरिया के मार्गदर्शन में माताजी टेकरी पर खोज यात्रा की। इस खोज यात्रा के पहले चरण में माँ तुलजा भवानी मंदिर के पुजारी विनय नाथ से मंदिर विषयक जानकारी प्राप्त की गई। उनके अनुसार मां की प्रतिमा बहुत प्राचीन है। उन्होंने इस मंदिर को सम्राट विक्रमादित्य कालीन बताया। पुजारी विनय नाथ की माताजी शांताबाई ने बताया कि अनेक पीढिय़ों से हम माँ की पूजा आरती करते आ रहे हैं। खोज यात्रा के दूसरे चरण में माँ चामुण्डा देवी के मंदिर में वरिष्ठ पुजारी महेश नाथ ने इस मंदिर को भी सम्राट विक्रमादित्य कालीन बताया। उनके द्वारा दी गई जानकारी अनुसार दोनों माताओं में शक्ति परीक्षण हुआ था। मंदिर के निकट की गुफा को उन्होंने राजा भर्तृहरी की तपोस्थली बताया। साथ ही बताया कि यह स्थान नाथ सम्प्रदाय की तपोभूमि रहा है। किंतु सुप्रसिद्ध इतिहासकार दिलीपसिंह जाधव के अनुसार सन् 1725 में मराठाओं का देवास आगमन हुआ। लगभग 1800 ईसवी के आसपास उन्होंने अपनी आराध्य कुलदेवी माँ तुलजा भवानी की प्रतिष्ठा की। महाराष्ट्र से सम्बंधित होने के कारण माँ की स्थापना दक्षिण मुखी की गई। आपने बताया कि माँ चामुण्डा का उल्लेख 1050 ईसवी के लगभग सम्राट पृथ्वीराज चौहान के राज कवि चंदबरदायी ने पृथ्वीराज रासो नामक ग्र्रंथ में किया है। खोज यात्रा संयोजक प्रसून पंड्या थे।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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