12 बच्चों का प्रथम श्रेणी में आना आज भी दुर्लभ रिकार्ड है
व्याख्याता कैलाश मालवीय को दी विदाई
बड़वाह (निप्र) - एक शिक्षक की सफलता उसके विद्यार्थियों की सफलता पर ही निर्भर करती है, यह बात जिला शिक्षा अधिकारी डोंगरे द्वारा व्याख्याता श्री कैलाश मालवीय की सेवाकाल की पूर्णता पर आयोजित विदाई समारोह पर व्यक्त किये। 1991-92 के विद्यार्थियों में शामिल श्याम चौधरी, राजेश परमार, जितेंद्र सेन, राधेश्याम ठाकुर आदि ने अपने गुरु को भावपूर्ण विदाई में व्याख्याता कैलाश मालवीय के कार्य, व्यवहार, शिक्षक के रूप में दी गई शिक्षा को ही अपनी सफलता का आधार माना। जितेंद्र सेन द्वारा वर्ष 1991-92 में कॉमर्स विषय में उल्लेखनीय 12 विद्यार्थियों की प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने का उल्लेख करते हुए मालवीय सर की सहज, सरल प्रकृति को आत्मसात सकते हुए आपसे शेष जीवन सामाजिक सरोकार के रूप में बिताने का आग्रह किया। राजेश परमार द्वारा आपकी शिक्षाओं को महत्वपूर्ण बताते हुए भावी जीवन की शुभकामनाएं दी। सभी विद्यार्थियों द्वारा शॉल, श्रीफल, भेंट, माल्यार्पण कर विदाई दी। शिक्षक संघ द्वारा भी भेंट दी गयी। व्याख्यात श्री मालवीय द्वारा सभी को कलम भेंट कर स्नेहभोज दिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक पुष्पेंद्र रावल द्वारा किया गया।
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