बडवाह (निप्र) - स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए सरकार प्रतिवर्ष करोड़ो खर्च करने सहित विज्ञापन, पुरस्कार आदि तमाम प्रयास कर रही है। जिसका कई, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में व्यापक असर भी देखने को मिलता है। लगातार पांचवी बार स्वच्छता में नम्बर एक की पोजिशन पर काबिज होने वाली देश की आर्थिक राजधानी इंदौर जिसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। लेकिन इसके विपरीत यहाँ नगर के प्रमुख मार्गों पर इस प्रकार के दृश्य आम बात है। ऐसा नही है कि स्थानीय नगर पालिका स्वच्छता के लिए कोई प्रयास नही कर रही। लेकिन उसमें रहवासियो की सहभागिता भी महत्त्वपूर्ण होना चाहिए जो कि बडवाह में बिलकुल ना के बराबर रहती है ? यह नजारा बडवाह का हृदय स्थल कहे जाने वाले नगर के मध्य स्थित श्री राधाकृष्ण मन्दिर सत्ती घाटा के सामने का है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि धार्मिक स्थलों के सामने यह हाल है तो अन्य स्थानों की हालत क्या होगी ? विचारणीय तथ्य यह है कि आखिर किस प्रकार इस स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। क्या सुबह-शाम दो टाइम झाड़ू लगवाने, दो बार कचरा वाहन घूमने,महीने में एक बार नाली साफ करवाने तथा स्वच्छता सर्वेक्षण के समय एक माह की आपाधापी करके इतिश्री कर लेने से शहर स्वच्छ रखा जा सकता है ? शायद कभी नही, इसके लिए सर्वप्रथम नपा प्रशासन की इच्छाशक्ति आवश्यक है जो निरंतरता बनाने के साथ उल्लंघन करने वालो पर दंडात्मक कार्यवाही कर सके। तब अवश्य ही बडवाह को इस प्रकार के दृश्यों से निजात दिलवाई जा सकती है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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