बडवाह (निप्र) - पूण्य सलिला माँ नर्मदा एवं साधु संतों की नगरी होने के कारण बडवाह में वर्ष भर भक्ति की बयार बहती रहती है। इसके विपरीत नर्मदा भक्ति की आड़ में यहाँ अवैध कारोबार भी खूब फलफूल रहे है। हद तो यह कि इन अवैध कारोबारियों ने इस मामले में नर्मदा तटों को भी नही बख्शा है। अगर यह कहा जाए कि बडवाह में सबसे अधिक अवैध धंधे नर्मदा तट पर चल रहे हैं तो अतिशयोक्ति नही होगी ? आश्चर्य वाली बात है कि यह सब सरेआम चलता देखकर भी यहाँ मौजूद संत समाज,नर्मदा के भक्तों एवं संबंधित अधिकारियों को कुछ नजर नही आ रहा,या यूँ भी कहा जा सकता है कि नजरअंदाज किया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों एवं दो नंबरियो की साँठगाँठ के चलते पवित्र नगरी अवैध धंधो का गढ़ बनती जा रही है। दोनो तटों पर अवैध शराब व रेत उत्खनन का कार्य वर्षो से बदस्तूर जारी है और संबंधित अधिकारी यदा-कदा खानापूर्ति करके अपना काम चला रहे है। फिलहाल नर्मदा के उत्तर तट पर अवैध रेत उत्खनन का कार्य धडकल्ले से चल रहा है। जागरूक लोगो द्वारा जिसकी सूचना एसडीएम अनुकूल जैन को देने पर उनके द्वारा टीम भेजने का आश्वासन देकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। अव्वल तो उनके बारे में यह बात जगजाहिर है कि,कार्यालयीन समय मे भी वे किसी का फ़ोन तक नही उठाते। फिर चाहे आपको उन्हें कोविड से जुड़ी जानकारी देना हो या रेत उत्खनन से जुड़ी।ऐसे मौकों पर एक जिम्मेदार दंडाधिकारी द्वारा फ़ोन नही उठाया जाना गैर जम्मेदारी तो है ही साथ ही संदेहास्पद भी है ?
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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