अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को दिया पर्यावरण का संदेश, कार्यक्रम के दौरान ड़ी एफ ओ मिश्रा रहे मौजूद
देवास (पं रघुनंदन समाधिया) - वन परीक्षेत्र देवास के शंकरगढ़ पहाड़ी में इको टूरिज्म पर्यटन बोर्ड भोपाल के सौजन्य से वन मंडल अधिकारी पी एन मिश्रा एवं उपवन मंडल अधिकारी एस के शुक्ला की उपस्थिति में छात्र-छात्राओं को अनुभूति शिविर के माध्यम से प्रकृति की सुंदरता एवं वनों से जोडऩे हेतु अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वन परीक्षेत्र अधिकारी देवास ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती माता की वंदना से किया गया। कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर अंबुज जैन द्वारा बच्चों को वनों के विनाश से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई। वन परिक्षेत्र अधिकारी डीएस चौहान द्वारा वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं प्राकृतिक रूप से उनकी उपस्थिति से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई। एसडीओ कन्नौद एस के शुक्ला द्वारा इको सिस्टम के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में वन मंडल अधिकारी पी एन मिश्रा का स्वागत वन परीक्षेत्र अधिकारी डीएस चौहान, वन कर्मचारी अध्यक्ष राघवेंद्र तिवारी ,कैलाश मालवीय, नरेंश मौर्य एवं राधेश्याम चौहान अन्य साथियों द्वारा किया गया एवं वन मंडल अधिकारी से वन संरक्षक पदोन्नत होने पर बधाई दी। वन मंडल अधिकारी द्वारा बच्चों को खेती, ऑर्गेनिक खाद की उपयोगिता एवं पर्यावरण प्रदूषित होने पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई तथा अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण का संदेश दिया। विद्यार्थियों को ट्रेकिंग के द्वारा भ्रमण कराया गया तथा पक्षियों एवं पौधों के बारे में जानकारी दी गई। शंकरगढ़ पहाड़ी में विचरण हुए पक्षियों तथा उपलब्ध पौधों के बारे में जानकारी दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा दहेज की कुप्रथा, कन्याओं की भ्रूण हत्या आदि सामाजिक कुरीतियों को रोकने एवं वनों के विनाश को रोकने हेतु नाटक के माध्यम से रोकने का संदेश दिया। क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान अमन शाह सरस्वती ज्ञानपीठ, द्वितीय स्थान आर्यन देशमुख उत्कृष्ट विद्यालय, तृतीय स्थान आयुषी सोनी उत्कृष्ट विद्यालय देवास, विशेष पुरस्कार केशवि उपाध्याय उत्कृष्ट विद्यालय देवास को दिया गया। कार्यक्रम में वन परीक्षेत्र अधिकारी डीएस चौहान ,डिप्टी रेंजर किशन कुरील ,वसंतराव नवले ,विजय चौधरी, सुरेश नरवरिया, श्याम शर्मा, कमल परमार, हेमराज गोखले, शिव प्रसाद जादौन का विशेष योगदान रहा। आभार मास्टर ट्रेनर प्रेम नाथ तिवारी ने माना।
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