करही/खरगोन (निप्र) - झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने गए एक युवक की असामयिक मौत हो गई।
समीपस्थ ग्राम पंचायत पिपल्या बुजुर्ग में जहां परिजनों ने एक फर्जी डिग्री धारी झोलाछाप डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया। युवक की मौत के बाद पिपलिया बुजुर्ग का झोलाछाप डॉक्टर मनोज राय बंगाली फरार हो गया। घटना पिपलिया बुजुर्ग पंचायत की है गुरुवार शाम को पिपलिया के निजी क्लीनिक डॉक्टर कोटवाल के यहां इलाज कराने के लिए युवक को बेसुध स्थिति में लाया गया था। डॉक्टरों ने उसकी नब्ज टटोली तो वह थम चुकी थी। युवक की मौत होने के बाद डॉक्टर मौके से फरार हो गया। थाना करही प्रभारी परम आनंद गोयल, एएसआई संजीव पाटिल ने बताया कि मृतक अर्जुन पिता हरिराम उम्र 21 वर्ष निवासी बरलाय के पिता हरिराम एवं अन्य परिजनों के अनुसार पिपलिया बुजुर्ग में प्रैक्टिस करने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर के बंगाली दवाखाने में इलाज के लिए शाम करीब 7:00 बजे पहुंचा था। उसे सर्दी, खांसी, बुखार था। डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया जिससे कि युवक की हालत खराब हो गई। उसने बंगाली डॉक्टर को बोला कि उसे परेशानी हो रही है लेकिन डॉक्टर ने कहा कि कोई खास बात नहीं। तुम लोग युवक को करही या मंडलेश्वर के अस्पताल में भर्ती कर दो। जिसके बाद परिजन उसे अन्य डॉक्टर के यहां लाने पर उन्होंने युवक मृत घोषित कर दिया इसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस से कर झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की।
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