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35 पूर्व सरपंच भेजे जा रहे हैं जेल, 25 ने राशि लौटे तो बच गए


ग्वालियर (ब्युरो) - जिले के 4 और पूर्व सरपंच जेल जाएंगे. इनमें तीन महिला हैं. इन सभी ने शौचालयों के लिए मिली राशि गबन कर ली. इन्हें मिलाकर अब तक कुल 35 पूर्व सरपंच के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है. जिले में 60 पूर्व सरपंचों ने गबन किया था. इनमें से 25 नोटिस मिलने के बाद पैसा लौटा दिया इसलिए वो जेल जाने से बच गए. ग्वालियर जिले में शौचालय का रुपया डकारने वाली 3 पूर्व महिला सरपंच सहित 4 पूर्व सरपंच जेल जाएंगे. जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने आदेश जारी किए हैं. तीनों  महिला सरपंचों ने अपनी पंचायतों के 170 शौचालय का रुपया हड़प लिया है. अंतिम नोटिस के बाद भी जब रुपये शासन के खाते में जमा नहीं किए तो सीईओ ने पंचायती राज अधिनियम के तहत पूर्व महिला सरपंचों को हिरासत में लेकर फौरन जेल भेजने के आदेश जारी किए. ग्वालियर जिले के करीब 35 पूर्व सरपंचों को जेल भेजने के आदेश हो चुके हैं.

पूर्व महिला सरपंचों ने शौचालय का रुपया डकारा

ग्वालियर जिले की मऊछ ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच राजकुमारी किरार ने 76 शौचालय का रुपया डकारा लिया. गधौटा ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच सुविन्दर कौर ने भी 82 शौचालय का रुपया हड़प लिया. एक और पूर्व महिला सरपंच ने स्कूल और गांव के 12 शौचालय का रुपया डकार लिया. जिला पंचायत के अंतिम नोटिस के बाद भी  तीनों पूर्व महिला सरपंचों ने हड़पी गई सरकारी राशि शासन के खाते में वापस नहीं की. इसलिए तीनों पूर्व महिला सरपंच जेल भेजी जाएंगी. जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने पंचायती राज अधिनियम के तहत एक महीने तक जेल में रखने का आदेश जारी किया. CEO तिवारी का कहना है पूर्व सरपंचों से हड़पी गई राशि की रिकवरी की जा रही है. जिन पूर्व सरपंचों ने रुपए शासन को नहीं लौटाए, उन्हें 15 दिन का अंतिम चेतवानी नोटिस दिया गया था, लेकिन उसके बाद भी जिन सरपंचों ने सरकारी राशि नहीं लौटाई उन्हें जेल भेजा जा रहा है.

60 सरपंचों ने किया भ्रष्टाचार, 25 ने लौटाया

ग्वालियर जिले में 60 पंचायतों में पूर्व सरपंचों ने सरकारी रुपया हड़पने के साथ ही विकास कार्यों में आर्थिक घोटाले किए थे. जिला पंचायत ने दिसंबर से पूर्व सरपंचों पर शिकंजा कसना शुरू किया था. सरकारी राशि का दुरुपयोग करने वाले पूर्व सरपंचों को पैसा जमा करने के लिए वक्त दिया गया था. 60 सरपंचों को अंतिम चेतवानी नोटिस जारी किए थे. नोटिस के बाद 60 में से 25 पूर्व सरपंचों ने हड़पी गई राशि शासन के खाते में जमा करवा दी. लेकिन अंतिम नोटिस के बाद भी जिन 35 पूर्व सरपंचों पैसा नहीं लौटाया. इसलिए जिला पंचायत सीईओ ने पूर्व सरपंचों को एक-एक महीना जेल में रखने के आदेश दिए. पंचायती राज अधिनियम के तहत करीब 35 पूर्व सरपंच सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं. इनमें से 15 महिला सरपंच हैं. अभी 6 पूर्व सरपंच जेल में हैं.

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