जबलपुर (निप्र) - जबलपुर के नजदीक एक भीषण सड़क हादसे में महाराष्ट्र के नामी संत त्यागी महाराज और उनके शिष्य की मौत हो गयी. ये दुर्घटना धनगंवा के पास घटी जब ओवरटेक कर रहे एक ट्रॉला से संत की स्कॉर्पियो गाड़ी जा भिड़ी. संत और उनके शिष्य की वहीं मौत हो गयी जबकि 4 लोग घायल हो गए. दुर्घटना का कारण कोहरा बताया जा रहा है। संत त्यागी महाराज छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र जा रहे थे. हादसा ओवरटेक करते समय हुआ. कोहरे की वजह से ड्राइवर को ट्रॉला नहीं दिखा और उनकी स्कार्पियो गाड़ी ट्रॉला से भिड़ गई. हादसे के समय ड्राइवर के बगल की सीट पर संत त्यागी महाराज बैठे थे. ड्राइवर सहित चार लोगों को हादसे में खरोंच तक नहीं आई है. सिहोरा पुलिस के मुताबिक स्कार्पियो (एमएच 26 एके 7133) से संत त्यागी महाराज और ड्राइवर सहित सात लोग छत्तीसगढ़ से लौट रहे थे. सुबह 5.30 बजे वे एनएच-30 पर धनगवां के पास पहुंचे थे. उसी दौरान एक वाहन को ओवरटेक करते हुए उनका वाहन ट्रॉला से टकरा गया. सिहोरा टीआई गिरीश धुर्वे के मुताबिक हादसे में महाराष्ट्र के संत त्यागी महाराज (45) और उनके पीछे बैठे बलराम नाम के युवक की मौत हो गई. एक अन्य को चोटें आई हैं. दोनों शवों को पीएम के लिए भिजवाते हुए जांच शुरू कर दी गयी है. हादसे की वजह कोहरा भी बताया जा रहा है. सुबह काफी कोहरा था. इसकी वजह से ओवरटेक करते समय ट्रॉला नहीं दिखा. पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है. वाहन में सवार अन्य पांच लोगों में एक को चोट आई है जबकि ड्राइवर सहित बाकी 4 लोग बिलकुल सही सलामत हैं.
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
Comments
Post a Comment