'मिलावट से मुक्ति अभियान ' : जिलों में पहुंची मोबाइल फ़ूड सेफ्टी व्हीकल लैब, मौके पर ही हो जाएगी कार्रवाई
भोपाल (स्टेट ब्युरो) - मध्यप्रदेश में अब मिलावटखोरों की खैर नहीं है. इन पर शिकंजा कसने के लिए विशेष अभियान चलाकर ऑन द स्पॉट कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने हर जिले में मोबाइल फूड सेफ्टी लैब व्हीकल भेजा है। मप्र में ‘मिलावट से मुक्ति’ अभियान तेज कर दिया गया है. जिलों में मोबाइल फ़ूड सेफ्टी लैब व्हीकल भेजी गई है. इस लैब में सभी हाईटेक उपकरण हैं. इनके जरिए स्टाफ तत्काल मौके पर ही किसी भी खाद्य सामग्री की जांच कर सकता है. इसमें सभी तरह की खाद्य सामग्री की जांच करने की व्यवस्था की गई है. चाहें दूध मिठाई हो या हल्दी. या फिर कोई दूसरे खाद्य पदार्थ. सभी की जांच की सुविधा इसमें है.
ऑन द स्पॉट होगी खाद्य पदार्थों की जांच
मोबाइल लैब में 2 लोगों का स्टाफ होता है. यह दोनों टेक्नीशियन किसी भी खाद्य पदार्थ की जांच के लिए सक्षम रहते हैं. शिकायत मिलने पर वो तत्काल मौके पर जाकर खाद्य सामग्री की जांच करते हैं और तत्काल उसकी रिपोर्ट भी बता देते हैं. इस रिपोर्ट में पता चलता है कि खाद्य पदार्थ शुद्ध है या फिर अशुद्ध. इसके अलावा भी कोई भी आम व्यक्ति या खुद व्यापारी कारोबारी भी अपने खाद्य पदार्थ की जांच करा सकता है. इसके लिए सरकार ने 10 रुपये फीस रखी है.
15 लैब कर रही काम
स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने बताया कि नम्बर 2020 से अभियान चल रहा है. अभी तक 12 मोबाइल लैब जांच कर रही थीं. आज 3 और लैब भेजे गए हैं. इस अभियान के तहत मिलावटखोरों के खिलाफ अब तक 41 NSA, 438 FIR हो चुकी हैं. कुल 2 लाख 27 हजार सर्विलांस नमूने लिए गए. उन सभी खाद पदार्थों की जांच की जा रही है.
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