बलवाडा (निप्र) - थानांतर्गत ग्राम बरझर में रामेश्वर 13 अगस्त दोपहर 11 बजे खेत जाने का बोलकर घर से निकला था। लेकिन जब शाम 5 बजे खेत में नही मिला तो ढूंढना शुरू किया। अगले दिन 14 अगस्त को सुबह ग्रामीणों के साथ परिजनों में खेत में जाकर देखा तो खून के धब्बे, मोबाइल व चप्पल मिली थी। इसके बाद परिजनों ने बलवाड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।खरगोन की एफएसएल टीम ने भी खेत मे पहुंचकर साक्ष्यों की जांच की थी। पिछले 8 दिन से लापता कृषक रामेश्वर पिता हीरालाल राजपूत(32) 9वें दिन बुरहानपुर के पास जंगलों में हाथ-पैर बंधा हुआ मिला। रामेश्वर ने बताया की बरझर में उसके खेत से चार नकाबपोश अपहरण कर ले गए थे। स्थानीय पुलिस ने इसकी जानकारी बलवाड़ा पुलिस को दी। मंगलवार शाम को बलवाड़ा पुलिस रामेश्वर को लेकर आई। प्रारंभिक कार्यवाही के बाद पुलिस ने रामेश्वर को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
कमरे में बंद रखा, खाना-दारू देते रहे
बलवाड़ा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 13 अगस्त सुबह 11 बजे रामेश्वर खेत मे काम कर रहा था।इसी दौरान चारपहिया वाहन से चार नकाबपोश बदमाश आए। यहां उन्होंने जबरदस्ती मार पीटकर उसे कार में बैठाकर उसे अपने साथ ले गए। इस दौरान उन्होंने रामेश्वर के आंखों पर कपड़ा बांध दिया। रामेश्वर ने बताया की उसे एक कमरे में ले गए।यहां उसे समय समय से खाना और शराब पिलाते ताकि वो होश में न रह सके। फिर उसे सोमवार रात को केवल अंडरवियर में हाथ-पैर बांधकर उसे बुराहानपुर-डुलहार रोड़ असीरगढ़ चौकी के समीप रोड़ छोड़ गए। देर रात 12 बजे किसी राहगीर ने रामेश्वर की आवाज सुनकर इसकी जानकारी निम्बोला पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन को दी। जिसके बाद पुलिस उसे अपने साथ थाने ले आई। यहां सुबह मेडिकल करवाकर शाम को बलवाड़ा पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
जांच करेगी बलवाड़ा पुलिस-रामेश्वर भले ही सकुशल मिल गया हो।लेकिन पुलिस इस मामले की अलग एंगल से जांच करेगी। अपहरणकर्ता क्यों ले गए? उसे ज्यादा चोटें भी नही आई व कुछ दिन बाद उसे बिना कुछ बोले छोड़ भी दिया। इन सब बातों की जांच पुलिस बारीकी से जांच करेगी। साथ ही यह भी पता लगाएगी की इस पूरे घटनाक्रम के पीछे अपहरण कर्ताओ का क्या मकसद था?
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