डाटा एनालिसिस में हुआ खुलासा
भोपाल साइबर क्राइम पुलिस के डाटा एनालिसिस में यह बड़ा खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ जानकारी को साझा किया है. साथ ही आतंकी कनेक्शन के एंगल पर भी जांच की जा रही है. बीते छह महीने में साइबर धोखाधड़ी के करीब 15 सौ से ज्यादा मामलों की बारीकी से जांच की गई तो इनमें 115 मामले ऐसे थे, जिनके तार पाकिस्तान से जुड़े पाए गए. साइबर क्राइम पुलिस के एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने जनता से अपील है कि प्लस 92 सीरीज से काल और कोई मैसेज आए तो उसके किसी भी तरीके के झांसे में ना आए. कौन बनेगा करोड़पति, न्यूड काल, लुभावने ऑफर, लॉटरी के जरिए से ठगी की जा रही है. प्लस 92 सीरीज वाले नंबरों की जांच एक विशेष टीम कर रही है.
साइबर पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि कई फोन पाकिस्तान नंबर के आधार पर जनरेट किए गए, जिनकी लोकेशन ट्रैक करना मुश्किल हो रहा है. कई फोन पाकिस्तान के सर्वर से किए गए, लेकिन इनका आईपी एड्रेस चीन और इंडोनेशिया में होना पाया गया. अभी तक की जांच में कई फर्जी आईपी एड्रेस एक दूसरे देश के नाम से सामने आए. लेकिन साइबर ठगी का कनेक्शन पाकिस्तान और दूसरे देशों से जुड़ने की वजह से मामला गंभीर हो जाता है. इसलिए सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि अब भारत की जांच एजेंसी अभी इस मामले की अपने स्तर पर जांच कर रही है.
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