भोपाल (स्टेट ब्यूरो सागर मेहता) - महिला सुरक्षा की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है. प्रदेश में निजी वाहनों को छोड़ हर स्कूल बस, यात्री वाहन, टैक्सी और ऑटो में महिला सुरक्षा के लिये पैनिक बटन लगाए जाएंगे. अगले महीने भोपाल में कमांड कन्ट्रोल सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा. पैनिक बटन दबाते ही कमांड सेंटर में सूचना आएगी और जरूरतमंद को फ़ौरन मदद मुहैया कराई जाएगी. किसी मुश्किल और परेशानी में फंसे महिला, बच्चे और असहाय लोग पैनिक बटन के ज़रिये तुरंत कमांड कंट्रोल रूम को सूचित कर सकेंगे. महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे परिवहन और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बाद में मीडिया से चर्चा के दौरान एक बड़ा बयान उन्होंने दिया. मंत्री ने कहा हम जल्द ही तमाम हाईवे पर चलने वाली लोडिंग गाड़ियों पर रेडियम टेप लगाने की योजना पर काम कर रहे हैं. स्कूल बसों की फिटनेस की गंभीरता को समझ रहे हैं और तमाम यात्री वाहन ऑटो, बस, टैक्सी पर जल्द ही पैनिक बटन की सुविधा देने की योजना पर काम कर रहे हैं. अगले माह यानी अक्टूम्बर में हम भोपाल में एक कमांड सेंटर बना कर तैयार कर देंगे. जिससे महिला, बच्चे व असहाय उस पैनिक बटन के माध्यम से तुरंत कमांड कंट्रोल रूम को सूचित कर सकें.
पैनिक बटन दबाते ही पहुंचेगी टीम
आम तौर पर पैनिक बटन, मेडिकल अलर्ट मेडिकल अलार्म जो एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है उसे कहा जाता है. उसे जैसे ही दबाया जाता है तो यह एक वायरलेस सिग्नल भेजता है जो अलार्म मॉनिटरिंग स्टाफ को डायल करता है. आपातकालीन स्थिति के बारे में टीम को आपकी लोकेशन के आधार पर सचेत करता है. इसे महिला अपराध रोकने, मेडिकल इमरजेंसी, फायर इमरजेंसी और अन्य वक़्त में काम में लिया जा सकता है. मंत्री गोविंद सिंह के अनुसार जल्द ही यात्री बस, टैक्सी, ऑटो में ये बटन लगाने का काम शुरू हो जाएगा.
गाड़ियों में रेडियम टेप लगेगा
गोविंद राजपूत ने कहा हाईवे पर रात के वक़्त सबसे ज्यादा एक्सीडेंट देखे जाते हैं. उसका एक कारण यह है कि सड़क किनारे खड़े वाहन और तामम लोडिंग वाहन ट्रेक्टर, ट्रक व अन्य वाहन पीछे की लाइट नहीं जलाते. उनमें पीछे रेडियम टेप भी नहीं होता. इसलिए अंधेरे में सड़क किनारे खड़ी गाड़ी नहीं दिखती औऱ दूसरा वाहन उसमें टकरा जाता है. इसे रोकने के लिए गाड़ियों में रेडियम टेप लगाने की योजना पर भी जल्द अमल हो जाएगा.
स्कूल बसों की फिटनेस पर ध्यान
स्कूल बस एक्सीडेंट रोकने के लिए उनकी फिटनेस पर भी सरकार ध्यान दे रही है. प्रदेश के सभी RTO कोसख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी रसूखदार के वाहनों को छोड़ा नहीं जाए. हर स्कूल के वाहनों को लाइन से खड़ा कर फिटनेस चेक की जाए. अगर वाहन फिट नहीं है तो उसी समय रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाए. किसी से डरने की जरूरत नहीं है.
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