नर्मदापुरम में युवा पत्रकार की पेड़ से बांधकर पिटाई, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आंख मूंदे बैठी पुलिस
नर्मदापुरम (ब्यूरो) - जिले के माखननगर तहसील में इन दिनों गुंडागर्दी चरम पर है। कुछ रसूखदार दबंग असामाजिक तत्व को पुलिस और कानून का बिल्कुल डर नहीं है। ऐसे में एक मारपीट का मामला सामने आया है, जिसमें एक लोकल चैनल के युवा पत्रकार प्रकाश यादव को पेड़ से बांधकर पिटाई की गई है। पिटाई करने वाले कोट गांव के नारायण यादव और उसके कुछ साथी हैं। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बता दें कि नारायण यादव कोरोना काल में फर्जी पास और फर्जी सील लेटर पैड के साथ पकड़ा गया था। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बोलते हैं, पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, उनके हितों का ध्यान रखा जाएगा। लेकिन माखननगर में तो उल्टी ही गंगा प्रवाहित हो रही है। जब पीड़ित पत्रकार थाने में गया, वहां रिपोर्ट तो लिख ली गई, लेकिन सामान्य धाराओं में अभी तक आरोपी नारायण यादव और उसके साथियों पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
डर के साए में पत्रकार...
पीड़ित पत्रकार प्रकाश यादव अभी भी भयभीत अवस्था में है। क्या नारायण यादव को पुलिस और कानून का कोई भय नहीं नजर आ रहा। माखननगर पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। मामले में विवेचक से जब पूछा गया कि पत्रकार की पिटाई मामले में क्या जांच हुई है तो उन्होंने मीडिया को सही से जवाब नहीं दिया। उल्टा मीडिया को ही डराने लगे। इसका मतलब सीधा साफ है कि रसूखदार दबंग मारपीट करने वाले नारायण यादव को बचाने का संपूर्ण प्रयास माखननगर पुलिस कर रही है।
नर्मदापुरम जिले के एसपी गुरुकरण सिंह से अपेक्षा है कि वह इस मामले को अपने संज्ञान में लेकर पीड़ित पत्रकार प्रकाश यादव को पेड़ से बांधकर पिटाई करने वाले नारायण यादव और उसके साथियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। माखननगर के मीडिया के साथियों द्वारा शीघ्र ज्ञापन के माध्यम से आरोपी नारायण यादव पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
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