ग्वालियर/नई दिल्ली (ब्यूरो) - ग्वालियर हाईकोर्ट के आदेश को स्थगित करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट गई शिवराज सिंह चौहान सरकार को लेने के देने पड़ गए। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से सवाल किया है कि, अनारक्षित वर्ग के कर्मचारियों को अब तक प्रमोशन क्यों नहीं दिया, जबकि सामान्य वर्ग के कर्मचारियों ने ऐसा कोई दंडनीय अपराध नहीं किया है जिसके कारण उनका प्रमोशन रोका जाना चाहिए। मामला ग्वालियर हाई कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों का है। पिछले दिनों ग्वालियर हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश शासन के पशुपालन विभाग में कार्यरत डॉक्टरों की एक याचिका पर स्पष्ट किया था कि न्यायालय ने सामान्य वर्ग के कर्मचारियों के प्रमोशन पर कोई रोक नहीं लगाई है। हाईकोर्ट ने शासन को निर्देशित किया था कि सामान्य वर्ग के कर्मचारियों का नियम अनुसार प्रमोशन किया जाए। जब हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं हुआ तो मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ ने संबंधित अधिकारियों को कोर्ट में बुलाकर न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के कारण सजा भुगतने को तैयार रहने के लिए कहा था। ग्वालियर हाईकोर्ट की कार्रवाई से बचने के लिए मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका प्रस्तुत की थी परंतु तीन जजों की बेंच ने सरकार से ही सवाल कर लिया है कि वह 8 हफ्ते यानी लगभग 2 महीने के भीतर बताए कि उसने सामान्य वर्ग के कर्मचारियों को प्रमोशन देने के लिए क्या किया है। अब तक कितने कर्मचारियों को प्रमोशन दिया है और यदि नहीं दिया तो क्यों नहीं दिया है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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