महेश्वर (निप्र) - देवी अहिल्या बाई होलकर के किले में तीन दिवसीय पवित्र नदी उत्सव चल रहा है। उत्सव के दूसरे दिन रविवार को ढलती सुहानी शाम में जीएस राजन ने जीएस राजन की बांसुरी (फ्लूट) ने समां बांध दिया। वहीं, यशोदा ठाकुर ने मनमोहक कुचीपुड़ी नृत्य पेश किया। प्रसिद्धा बांसुरी वादक राजन ने राग चारुकेशी से दूसरे दिन के नदी उत्सव का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने बांसुरी पर राग भैरवी की प्रस्तुति दी। उनके साथ तबले पर श्याम राजन ने संगत की। राजन की प्रस्तुति के बाद कुचीपुड़ी शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति यशोदा ठाकुर ने दी। ठाकुर ने आदि शंकराचार्य द्वारा रचित गणेश पंचरत्न की प्रस्तुति दी। यह यशोदा ठाकुर की गुरु शोभा नायडू द्वारा कोरियोग्राफ की गई है। इसके बाद यशोदा ठाकुर ने तुलसीदास द्वारा रचित शिव स्तुति और कृष्ण की लीलाओं पर आधारित प्रस्तुतियां दीं। नदी उत्सव में भारतीय संस्कृति से परिचय कराने में होलकर ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवाजीराव होलकर एवं यशवंत राव होलकर की विशेष रुचि रही है। महेश्वर किले को इस मौके पर पुष्प गुच्छों व दीपकों से सजाया गया है। नदी उत्सव में बड़ी संख्या में देशी विदेशी मेहमान शामिल हो रहे हैं।
आज ये प्रस्तुतियां
तीसरे दिन यानी आज सोमवार को शाम 6:00 बजे प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका कलापिनी कोमकली प्रस्तुति देंगी। नदी उत्सव में भारतीय संस्कृति से परिचय कराने में ट्रस्ट के अध्यक्ष शिवाजीराव होलकर एवं यशवंत राव होलकर की विशेष रुचि रही है। महेश्वर किले को इस मौके पर पुष्प गुच्छों व दीपकों से सजाया गया है। नदी उत्सव में बड़ी संख्या में देशी विदेशी मेहमान शामिल हो रहे हैं।
Comments
Post a Comment