महू/इंदौर (ब्यूरो) - इंदौर के पास महू के किशनगंज थाना क्षेत्र के पिगडंबर में साढ़े छह साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना के दोनों ही मुख्य आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे का नाम हर्ष चौहान पिता जितेंद्र सिंह चौहान है। जितेंद्र का बड़ा भाई विजेंद्र सिंह चौहान महू में पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हैं। अपहरण करने वाले बच्चे के ही स्वजन हैं और उन्होंने रुपयों के लिए अपहरण किया था। जब उन्हें पता चला कि पुलिस को इसकी खबर हो गई है... तो उन्होंने डरकर बच्चे की हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार करीब छह बजे हर्ष चौहान गायब हो गया था। घर वाले बच्चे की तलाश करने लगे। तभी रात आठ बजे फिरौती का फोन आया, जिसमें चार करोड़ की फिरौती की मांग की गई। स्वजनों ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी। पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिलने पर टीम गांव में पहुंची। इसके साथ ही सीसीटीवी भी खंगाले जिसमें एक सीसीटीवी में जितेंद्र के बुआ का लड़का बच्चे के साथ जाता हुआ नजर आया।
पुलिस ने रितेश से पूछताछ की जिसमें उसने दूसरे आरोपित विकास के बारे में बताया। उसने कहा कि हर्ष को विकास को सौंप दिया था। इसके बाद पुलिस ने रितेश की तलाश की। करीब रात दो बजे विकास पकड़ में आया। रितेश ने पुलिस को बताया कि हर्ष की हत्या कर शव को चोरल के बाइग्राम की पुलिया के नीचे फेंक दिया। पुलिस ने मौके से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीण पुलिस एसपी भगवत सिंह विरदे ने बताया कि हमें सूत्रों से अपहरण की जानकारी मिली थी। इसके बाद हमने फिरौती के लिए फोन से नंबर को ट्रेस किया। नंबर एक दिन के लिए ही एक्टिव था। इसके बाद सीसीटीवी में हमें पहले आरोपित रितेश (20) के बारे में पता चला। उससे दूसरे आरोपित विकास (24) के बारे में बताया। विकास ने बच्चे के मुंह पर टेप लगाकर गला घोंटकर हत्या की। वहीं सिविल अस्पताल के सीएमओ डॉ. हंसराज वर्मा ने बताया कि रात करीब 9 से 10 बजे बच्चे के मुंह में कपड़ा डालकर नाक बंद कर हत्या की गई है।
बच्चे को अगवा करने वाले करीबी रिश्तेदार है। एक आरोपित रितेश का मकान को बच्चे के पिता ने बनवाया था। बच्चा उसके घर में ही खेलता था। आरोपितों ने तय कर लिया था की बच्चे को मारना ही है। फिरौती मिल जाती फिर भी बच्चा उनके बारे में बता देता इसलिए हत्या करते ही करते। - राकेश गुप्ता, आइजी ग्रामीण
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