- करोड़ों की दलाली पाने के लिए दी थी सुपारी
- 150 लोकेशन पर 1200 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले
देवास (ब्यूरो) - भोपाल रोड पर खटांबा के पास 13 फरवरी को हुई दुर्घटना का मामला सुपारी किलिंग में बदल गया है। पुलिस अधीक्षक डा. शिवदयाल सिंह ने गुरुवार को कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता कर बताया कि पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित ने जमीन की खरीदी के मामले में 47 वर्षीय महेंद्र नारायण पटेल निवासी सुमराखेड़ी की सुपारी देकर हत्या करवाना स्वीकार किया है। आरोपितों ने षड्यंत्रपूर्वक दो मिनी ट्रकों के माध्यम से वारदात को अंजाम दिया। आरोपित कभी न पकड़े जाने को लेकर निश्चिंत थे। सड़क दुर्घटना में पटेल की मौत हो गई थी। जांच के दौरान मृतक के स्वजन ने हत्या की आशंका जताई थी। इसे देखते हुए बैंक नोट थाने की पुलिस ने टीआइ मुकेश इजारदार के नेतृत्व में जांच का दायरा बढ़ाया और अज्ञात आरोपितों के खिलाफ हत्या और षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज कर लिया। एसपी डा. सिंह ने थाना प्रभारी बैंक नोट प्रेस मुकेश इजारदार के नेतृत्व में आठ टीमों का गठन किया।
सैकड़ों सीसीटीवी खंगाले
टीम ने देवास शहर, इंदौर-भोपाल बायपास, मक्सी बायपास, होटल, ढाबे, टोल नाके और निजी संस्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में यह बात पता चली कि घटना वाले दिन मोटरसाइकिल से दो व्यक्तियों ने महेंद्र नारायण पटेल का घर से पीछा किया था। इन आरोपित ने घर से निकलने की सूचना मिनी ट्रक में बैठे दूसरे आरोपितों को दी। इसके बाद दो दो ट्रक भोपाल रोड की तरफ से आए और उसका पीछा किया और खटांबा के आगे भोपाल रोड पर बाइक को टक्कर मारकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों वाहन अलग-अलग निकल गए।
अलग-अलग जगह से पकड़े गए
पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपित श्यामलाल कुमावत निवासी कुमावत मोहल्ला थाना भौंरासा को पकड़ा। कुमावत पर ही दूसरे आरोपित अखिलेश प्रजापत निवासी नीलबड़ आष्टा को पांच लाख रुपये की सुपारी देने का आरोप है। इसके अलावा जितेन्द्र करणसिंह राजपूत, संजय रामसिह खारोल निवासी दशहरा मैदान थाना भौंरासा और कालूराम वर्मा निवासी एमजी रोड भौंरासा को पुलिस ने पकड़ा। श्यामलाल और जितेंद्र राजपूत दोस्त हैं। इसी तरह जितेंद्र और संजय भी पड़ोसी व दोस्त बताए जा रहे हैं। पुलिस ने आरोपितों से दो मिनी ट्रक, कार, मोटर साइकिल और एक लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। पुलिस ने सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर चार दिन का पुलिस रिमांड मांगा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जामगोद के पास एक 32 बीघा जमीन का पावर आफ अटार्नी आरोपित के नाम था। जमीन मालिक इसके बजाय महेंद्र नारायण पटेल के माध्यम से जमीन बिकवाना चाहता था। इस जमीन के सौदे में दलाली एक करोड़ रुपये से ज्यादा मिलने की संभावना थी। इसी दलाली के चक्कर में आरोपित ने पटेल को रास्ते से हटाने की साजिश की। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो मुखबिरों ने यह बात भी पुलिस को बताई।
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