राजस्व विभाग के अफसर बन नौकरी दिलाने के नाम पर सवा तीन लाख रुपये ठगे, सूट-बूट में लग्जरी कार से आए ठग
सिहोर (ब्यूरो) - सूट-बूट और लग्जरी कार में आए इंदौर के शातिर ठगों ने इछावर तहसील कार्यालय में एक भोलेभाले ग्रामीण को झांसे लेकर सवा तीन लाख रुपये की चपत लगा दी। शातिर ठगों ने अपने को राजस्व विभाग के अधिकारी बताया और इछावर क्षेत्र के एक ग्रामीण को भोपाल में चपरासी की नौकरी दिलाने का झांसा दिलाया। ठगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ठगों ने नौकरी दिलाने के नाम पर बकायदा सरकारी विभाग के कागज भी ग्रामीण के पास डाक से भिजवाए। इसमें ग्रामीण के चपरासी पद पर चयन होना बताया गया। ग्रामीण ने पुलिस को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार सिराड़ी निवासी अंकित नागर ने पुलिस को दिए शिकायती आवेदन में बताया कि करीब दो साल पहले सन 2021 में तहसील कार्यालय तहसील इच्छावर मे मूलनिवास प्रमाण पत्र का फार्म भरने गया था। इस दौरान तहसील में पहले से ही कार (एमपी 09 सीएच 8275) में मौजूद कुछ लोगों ने उसे बुलाया और पूछा कि तुम कहां तक पढ़े-लिखे हो। हम राजस्व विभाग के अधिकारी हैं और भोपाल से नई भर्ती करवाने के लिए तुम्हारे गांवों में चौकीदार पदों की भर्ती हमें पूरी तहसील मे करना है। जिसका ऑर्डर हम तहसीलदार साहब एवं कलेक्टर साहब को देने आए हैं यदि आप बेरोजगार हो तो हमसे संपर्क करना हम तुम्हारा फॉर्म भरवा देंगे और आपको 3.25,000 रुपये देने पड़ेंगे और आपको प्रति माह 12745 प्रति माह वेतन विभाग द्वारा दिया जाएगा। मैंने विश्वास करके उन्हें पांच फोटो, आधार कार्ड, वोटर आईडी, मार्कशीट, जाति, मूलनिवास की छायाप्रति देने पर फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाए और लेकर चले गए।
इस तरह ठगे सवा तीन लाख रुपये
मैंने वल्लभ भवन मंत्रालय से प्रथम आदेश प्राप्त होने पर दिनांक 16 मार्च 2022 को एक लाख रुपये दिए। इछावर में दूसरा आदेश उपराजस्व आयुक्त राहत भवन अरेरा हिल्स भोपाल से प्राप्त होने पर दिनांक 14 अप्रैल 2022 को इछावर में तहसील कार्यालय के सामने नकद एक लाख रुपये की राशि दी। इसी तरह तीसरा आदेश कलेक्टर साहब सीहोर का प्राप्त होने पर दिनांक 12 मई 2022 को नगद राशि इछावर बस स्टैंड पर एक लाख रुपये तथा चौथा आदेश कार्यालय अनुविभागीय दंडाधिकारी तहसील इछावर का स्वयं आरोपीगणों ने आकर मुझे मेरे हाथ में दिया और दिनांक 11 अक्टूबर 2022 को मेरे द्वारा उन दसों आरोपियों को पच्चीस हजार रुपये की राशि दी।
जो जल्दी पैसा देगा उनका चयन पहले होगा
अंकित ने अपने शिकायत आवेदन में कहा कि रुपये देते समय चारों बार तहसील इच्छावर में ठग लगातार पूछताछ करते थे कि आपकी तहसील में हमें अभी 25 पद और भरना है जो खाली हैं। जो जल्दी पैसे देगा उपका पहले चयन होगा एवं सभी ने शासकीय अधिकारी होने का परिचय पत्र दिखाया एवं दिनांक 26 अप्रैल 2022 को आपसी अनुबंध किया। जिसकी फोटो कॉपी भी उसके पास सुरक्षित है, लेकिन अनुबंध के बाद से ठग गायब हैं।
इन दस ठगों ने लगाया सवा तीन लाख का चूना
दीपक पिता मदनमोहन शर्मा निवासी स्कीम न. 78 इंदौर, अजय उर्फ पप्पू पिता पूरणलाल शर्मा निवासी विजय नगर इंदौर, ममता पति गजानंद शर्मा निवासी स्कीम नं. 78 इंदौर, गजानंद पिता मांगीलाल शर्मा स्कीम नं 78 इंदौर, सुनिता पति दीपक शर्मा स्कीम न.78 इंदौर, राकेश नरवाले पिता धीसीलाल नार्थ कमाठीपुरा रामबाग इंदौर, निखलेश बिसोदिया पिता नरेश बिसोदिया अरण्य नगर इंदौर, सचिन पिता हरिनारायण यादव बजरंग नगर इंदौर, जिगनेश पिता कान्तिलाल जैन स्कीम नं. 78 इंदौर और मंजू पति राकेश नरवले नॉर्थ कमाठीपुरा इंदौर। इस संबंध में इछावर थाना प्रभारी उषा मरावी का कहना है कि ग्रामीण का आवेदन मिला है। आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। मामले में जांच की जा रही है।
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