मध्यप्रदेश के इंदौर और भोपाल जल्द ही उन शहरों में शुमार हो जाएंगे जहां मेट्रो ट्रेन जैसी अत्याधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सेवाएं हैं. सितंबर के आखिर तक दोनों शहरों में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा. जबकि, साल 2024 से लोग मेट्रो ट्रेन में सफर भी कर सकेंगे.
- दोनों शहरों में सितंबर तक सिग्नल लग जाएंगे और रोलिंग स्टॉक (ट्रेन के कोच) भी आ जाएगा.
- शुरूआत में मेट्रो ट्रेन ड्राइवर चलाएंगे. दो-तीन साल बाद बिना ड्राइवर के ऑटोमैटिक ट्रेन चलेगी.
भोपाल. (स्टेट ब्यूरो) - मध्यप्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होना है. इसके लिए आदर्श आचार चुनाव संहिता सितंबर या अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में लग जाएगी. लिहाजा, सरकार की कोशिश है कि इससे पहले भोपाल और इंदौर में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू हो जाए. मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एमपीएमआरसी) ने दोनों शहरों में ट्रायल का टारगेट तय कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्रायल रन के लिए मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं. एमपीएमआरसी के एमडी मनीष सिंह ने बताया कि दोनों शहरों में मेट्रो के एलीवेटेड रूट पर पटरियां बिछाई जा रही है. स्टेशनों के मुख्य स्ट्रक्चर बन चुके हैं और डिपो का भी 70 से 80 प्रतिशत काम पुरा हो चुका है. सितंबर तक सिग्नल लग जाएंगे और रोलिंग स्टॉक (ट्रेन के कोच) भी आ जाएगा. हम सितंबर के आखिर तक ट्रायल रन करने की स्थिति में होंगे.
कमर्शियल रन शुरू होने में इसलिए लगेगा वक्त
भोपाल में अभी प्रायरिटी रूट सुभाष नगर से एम्स तक है. लेकिन ट्रायल रन के लिए सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक का ट्रैक तैयार हो पाएगा. कमर्शियल रन के लिए एम्स तक काम पूरा होना जरूरी है. यह काम वर्ष 2024 तक ही पूरा हो पाएगा. यानी लोगों को इसके लिए फिलहाल इंतजार करना होगा. यही स्थिति इंदौर की भी है. वहीं, शुरूआत में मेट्रो ट्रेन ड्राइवर चलाएंगे. दो-तीन साल बाद ट्रेन बिना ड्राइवर के ऑटोमैटिक चलेगी.
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