नागदा/उज्जैन (वरुण पिंडावाला) - मध्यप्रदेश में चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लिया है. विकास पर्व के अवसर पर सीएम शिवराज उज्जैन के नागदा में रोड शो के जरिए आम जनता से भी मिले. उसके बाद नागदा को जिला और उन्हेल को तहसील बनाने की घोषणा की है. जिससे शहर में खुशी की लहर है. चुनावी साल में इसे बड़ा ऐलान माना जा रहा है. नागदा को लंबे समय से जिला बनाने की मांग उठ रही है. दरअसल सीएम शिवराज आज हेलीकॉप्टर से नागदा पहुंचे, यहां उन्होंने विकास महोत्सव और हितग्राही सम्मेलन में हिस्सा लिया. उन्होंने मुक्तेश्वर महादेव परिसर में आमसभा को संबोधित किया. उन्होंने यहां 261.14 करोड़ के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया. मुख्यमंत्री ने 92.62 करोड़ के 98 निर्माण कार्यों का लोकार्पण व 168.52 करोड़ रु. के 86 कार्यों का भूमि पूजन किया. इसी तरह खाचरौद नगर पालिका में 1.61 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण, सीसी कार्यों का भूमिपूजन किया गया. उज्जैन जिले में सड़कें, पीने के पानी के लिए पाइप लाइन बिछाई जाएगी. नागदा को जिला बनाया जाएगा और इसमें जो तहसील शामिल होना चाहेंगी वही होंगी. जो उज्जैन में रहना चाहते हैं वे उज्जैन में रहे, जो केवल नागदा में रहना चाहते हैं नागदा में रहें. उन्हेल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाएगा. यहां के कन्या महाविद्यालय में कॉमर्स की पढ़ाई शुरू की जाएगी. सीएम साइज स्कूल भी खोला जाएगा. नागदा में नर्मदा नदी का पानी भी आएगा.
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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