प्रायवेट स्कूलों का भगवान ही रखवाला, हायवे का स्कूल, दिनभर भारी वाहनों की आवक जावक, प्रेशर हॉर्न से पढाई प्रभावित
साप्ताहिक चलता चक्र की रिपोर्ट
देवास (डेस्क) - इन्दौर बेतूल हायवे मार्ग पर स्थित प्रायवेट स्कूलों में शासन की एक भी गाडलाइन का पालन नहीं, इसके बावजूद संचालित हो रहे हैं. जिम्मेदार अधिकारी इस मार्ग से गुजरते हैं पर इनको दिखता नहीं. जब कोई बड़ा हादसा होगा तभी शायद इनकी नींद खुलेगी। प्राप्त विस्तृत जानकारी अनुसार इन्दौर बेतूल हायवे मार्ग पर दर्जनों स्कूल संचालित हो रहे हैं जहां बच्चों को ठीक से खड़े रहने की जगह तक नहीं जब स्कूल लगता है तब रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है एक तो बस भारी ट्रक का भारी दबाव उपर से प्रेशर हार्न से बच्चों का हाल बेहाल हो जाता है। इतना ही नहीं लगभग सभी प्रायवेट स्कूलों के संचालकों ने यूनिफार्म, स्कूल शू,मोजे,किताब कापी आदि सामान के लिए एक दुकानदार फिक्स कर दिया जहां से मनमाने दामों पर खरीदने को पालक मजबूर होता है एक तरफ महंगी फीस दुसरी तरफ स्कूल की सामग्री में आसमान छूते भाव से पालक परेशान हैं जहां सीएम राइज स्कूल है वहां पहले से ही फुल है नये एडमिशन की जगह नहीं इसके बाद जो सरकारी स्कूल है उनकी दुर्दशा देखकर ही पढ़ाई का पता चल जाता है।नगर में कोई एक दर्जन प्रायवेट स्कूल संचालित होते हैं जिनके स्वयं के निजी वाहन भी है उनकी हालत भी इतनी खस्ता है कि बच्चों को उससे स्केल भेजने में डर लगता है दुसरी खराब कंडिशन और चालक की समय पर पहुंचाने की रफ्तार देख दिल कलेजा हाथ में आता दिखता है पर जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं।कभी भी गंभीर घटना हो सकती है जो स्कूल हायवे से लगे हैं उनका तत्काल जिला प्रशासन ने संज्ञान लेकर ठोस कार्रवाई करना चाहिए इन संचालकों में कुछ राजनीतिक लोग हैं जो अधिकारियों की चापलूसी कर अपना स्कूल बगैर शासन की गाइडलाइन के चला रहे हैं।
Comments
Post a Comment