अब एक छत के नीचे होगा विभाग का काम
भोपाल (ब्यूरो) - राजधानी भोपाल में लिंक रोड नंबर 2 पर अर्जुन नगर के पास ‘वन भवन’ (मंत्रालय) बनकर तैयार हो गया है। कल से शिफ्टिंग शुरू होगी। इसका निर्माण जुलाई 2008 में शुरू हुआ था। इसे जनवरी 2010 में बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन बिल्डिंग बनने में 15 साल लग गए। अभी राजधानी में 3 अलग-अलग स्थानों पर विभाग संचालित हो रहा है। अब वन्य प्राणी, वानिकी, वन क्षेत्र समेत विभाग का काम एक ही बिल्डिंग में होगा। पीसीसीएफ कार्यालय समेत वन मंत्रालय के काम एक स्थान पर होंगे। कल से शिफ्टिंग शुरू होगी। नया भवन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर तैयार किया गया है। बता दें कि साल 2006 में नए वन भवन प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली थी। जुलाई 2008 में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इसका भूमि पूजन किया था। 17 महीने में काम पूरा होना था, लेकिन बिल्डिंग के निर्माण होने में 15 साल लग गए। गौरतलब है कि 1956 में पहली बार रीवा में वन मंत्रालय की स्थापना हुई थी। फिर भोपाल में 4 स्थानों पर वन मंत्रालय के काम होते थे।
राजधानी भोपाल के लिंक रोड नंबर 2 पर 180 करोड रुपए की लागत से बने वन भवन का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण किया। 27 जुलाई 2008 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस भवन के निर्माण कार्य की शुरुआत करने के लिए भूमि पूजन किया था। मंंगलवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वन मंत्री विजय शाह, मप्र वन विकास निगम के अध्यक्ष माधव सिंह डावर, बांस शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनिया, राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सत्येंद्र भूषण सिंह मौजूद रहे वन विभाग के एसीएस जेएन कंसोटिया, कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल की मौजूदगी में वन भवन का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम में मौजूद बच्चों से सीएम ने सीटी बजवाई। ये सुनकर बच्चों ने भी जोर जोर से सीटियां बजाईं।
रोज पेड़ लगाने वाले सीएम दुनियां के इकलौते नेता
मध्यप्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा वन भवन बनकर सेवा के लिए तैयार है। मैं खुशनसीब मंत्री हूं जिस पर दोबारा विश्वास किया है 2008 में जब आपने मुझे इस विभाग की जिम्मेदारी दी थी तब मैं सिर्फ शिलान्यास ही कर पाया लेकिन, उसके बाद जब यह वन भवन अधूरा रह गया तो आपने दोबारा सरकार बनी। और यह जवाबदारी मेरे कंधों पर डाली। मुख्यमंत्री जी रोज सुबह उठकर वन विभाग गुड मॉर्निंग कहते हैं वह एक पौधा रोज लगाते हैं वह एक पौधा नहीं बल्कि एक कहानी है क्योंकि मुख्यमंत्री जी का पूरा जीवन दूसरों के लिए गरीब कल्याण के लिए समर्पित है पूरे विश्व में जितने पौधे हमारे मुख्यमंत्री जी ने लगाए हैं ऐसे विश्व रिकॉर्ड वाले पहले नेता हैं।
Comments
Post a Comment