‘राम मंदिर बनाना वेस्ट ऑफ टाइम’ जबकि, लोगों को चर्च पर पैसा लगाना चाहिए और वहीं प्रार्थना करनी चाहिए - शिक्षक गहलोत
भड़के स्कूल स्टूडेंट्स, लगाए जय श्री राम के नारे, जमकर मचा बवाल
देवास (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश के देवास जिले में 5 अगस्त को जमकर बवाल मचा. यहां के किंग जॉर्ज स्कूल टीचर ने बच्चों से कहा कि ‘राम मंदिर बनाना वेस्ट ऑफ टाइम’ यानी ‘राम मंदिर बनाना समय की बर्बादी है.’ इस पर छात्रों ने टीचर के विरोध में मोर्चा खोल दिया और उन्हीं के सामने जय श्री राम के नारे लगाए. आरोप है कि इस बीच टीचर ने बच्चों को चांटे भी मारे. छात्रों ने आरोप लगाया कि शिक्षक उन्हें चर्च बनाने का ज्ञान दे रहे हैं. वे कहते हैं कि चर्च में हर धर्म के लोग आते हैं. वहां पढ़ाई होती है. इस घटनाक्रम के बाद छात्रों ने हिन्दू संगठन के साथ पहुंचकर स्कूल में जमकर हंगामा किया. बवाल मचता देख किंग जॉर्ज स्कूल की डायरेक्टर ने माना कि टीचर का पढ़ाने का तरीका गलत है. उन्होंने मौके पर ही 2 शिक्षकों को हटा दिया. इस मामले में पुलिस ने कहा कि अगर इसमें किसी की गलती निकलती है तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि यह घटना किंग जॉर्ज स्कूल के 9वीं के छात्रों से साथ घटी. स्कूल के टीचर सुधांशु गहलोत बच्चों को डेमोक्रेसी पढ़ा रहे थे. गहलोत ने बच्चों से कहा कि राम मंदिर पर पैसा लगाना बर्बादी है. जबकि, लोगों को चर्च पर पैसा लगाना चाहिए और वहीं प्रार्थना करनी चाहिए. यही बात बच्चों को नागवार गुजरी. बच्चों ने वहीं जय श्री राम के नारे लगाना शुरू कर दिए.
लेडी टीचर ने बच्चों को रोका, मारे चांटे
नारे सुनकर अन्य टीचर रेखा सोनी क्लास में आईं और उन्होंने बच्चों से राम नाम के नारे लगाने से मना कर दिया. जब बच्चों ने नारेबाजी बंद नहीं की तो सोनी ने उन्हें चांटे मारे. इसके बाद छात्र स्कूल से निकल गए और फिर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ स्कूल आए. उन्होंने यहां हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा करीब 2 घंटे चलता रहा. स्कूल की डायरेक्टर ने जब दोनों शिक्षकों पर कार्रवाई की, तब जाकर मामला शांत हुआ.
आरोपी टीचर ने दी ये सफाई
दूसरी ओर, आरोपी शिक्षिका रेखा सोनी मारपीट को गलत बता रही हैं. सोनी ने कहा कि मैंने मारपीट नहीं की है. मैं भी राम भक्त हूं. लेकिन, विवाद बढ़ता देख किंग जॉर्ज की डायरेक्टर अलका कनौजिया ने दोनों शिक्षकों को हटा दिया. कनौजिया ने कहा कि कोई भी टीचर हो अगर वह धार्मिक विरोधी बातें करता है तो वह गलत है. बच्चों को इस तरह का ज्ञान नहीं देना चाहिए. दोनों टीचर को हटा दिया गया है. स्कूल शिक्षक को धर्म विरोधी ज्ञान नहीं देना चाहिए. इस मामले में औद्योगिक थाना टीआई शशिकांत चौरसिया ने कहा कि प्रकरण धार्मिक रुझान का है. इसलिए छात्रों व स्कूल संचालिका का आवेदन लिया जाएगा. अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
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