भोपाल (ब्यूरो) - चुनाव आयोग की टीम मध्यप्रदेश में है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लगातार अधिकारियों से बात कर रही है। साथ मतदाताओं की संख्या को बढ़ाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चल रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने जिलों के एसपी और कलेक्टर की 10 घंटे तक मैराथन मीटिंग ली है। मीटिंग के दौरान वोटिंग प्रतिशत को लेकर कुछ कलेक्टर को हड़काया भी है। साथ ही अप्रत्यक्ष तरीके से किसी राजनीतिक दल के पक्ष में काम करने वाले जिलों के एसपी को भी चुनाव आयोग ने फटकार लगाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल इलाके एसपी को फटकार लगी है। आयोग ने मीटिंग के दौरान सभी को नसीहत दी है कि अधिकारी की राजनीतिक छत्रछाया से बाहर निकलें। इसके साथ ही कहा है कि जानबूझकर कोई गलती करने से बचें। साथ ही कहा है कि नहीं तो ऐसी कार्रवाई होगी, जो मिसाल बनेगी। दरअसल, मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी की मीटिंग हुई थी। आयोग ने अन्य चीजों के लेकर भी फटकार लगाई है। इसके साथ कानून व्यवस्था की स्थिति और आपराधिक मामलों में कार्रवाई करने के दौरान लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को भी फटकार लगाई है। आयोग ने दो टूक शब्दों में कहा है कि हम पुलिस के एक्शन से संतुष्ट नहीं हैं।
अफसरों को दी बड़ी नसीहत
आयोग ने पहली पाली की मीटिंग में कहा कि अब तक अधिकारियों की जो परफॉर्मेंस दिख रही है, वह राजनीतिक दबाव और मिलीभगत वाली लगती है। आयोग ने अधिकारियों को नसीहत दी है कि भविष्य में राजनीति दबाव से बाहर निकलें। जनता में प्रशासन के प्रति भरोसा पैदा करें।
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